एक तरफ जहां पूरा देश कोरोना के संक्रमण से जूझ रहा है, ऐसे समय में भाजपा की राज्य सरकारें अपनी ओछी राजनीति से बाज़ नहीं आ रही हैं। पहले उत्तर प्रदेश में भाजपा ने बस पॉलिटिक्स को हवा दी तो वहीं मध्य प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद प्रदेश की भाजपा सरकार कांग्रेस के पूर्व मंत्रियों से उनके बंगले ख़ाली करवा रही है।



पूर्व मंत्री तरुण भनोट का बंगला आज गृह विभाग ने ख़ाली करवाया है। तरुण भनोत इस समय लॉक डाउन की वजह से अपने परिवार के साथ जबलपुर में हैं। आज संपदा और पीडब्लयूडी के अधिकारियों ने पूर्व मंत्री भनोत के सरकारी आवास पर पहुंच कर उनका बंगला ख़ाली कर दिया।



भनोट ने बताया बदले की कारवाई



पूर्व वित्तमंत्री और विधायक भनोत ने सरकार के इस कदम को बदले की कारवाई बताते हुए यह आरोप लगाया है कि भाजपा द्वेष और नफरत की राजनीति पर उतारू है। पूर्व मंत्री भनोत ने सरकार के इस कदम के ऊपर प्रश्नचिन्ह लगाया है कि विधायक की हैसियत से भी उन्हें सरकारी बंगला एलॉट होना चाहिए था। बिना विधायक वाला बंगला एलोट किए यह कदम सरासर अनुचित है।



प्रदेश अध्यक्ष को एलॉट हुआ बंगला



बंगले को ख़ाली करवाने के बाद राज्य में भाजपा सरकार ने अपने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को भनोत का बंगला आवंटित दिया है।



पूर्व मंत्रियों को भी भेजे गए नोटिस



पूर्व वित्‍तमंत्री भनोत के अलावा सरकार ने पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, हुकुम सिंह कराड़ा, प्रियव्रत सिंह, उमंग सिंगार, कमलेश्वर पटेल, लखन घनघोरिया, सुरेन्द्र सिंह बघेल, बृजेन्द्र सिंह राठौड़ को भी बंगला ख़ाली करने का नोटिस जारी किया है। कांग्रेस ने कहा है कि जब पूरा प्रदेश कोरोना महामारी के चपेट में है, ऐसे हालात में भी भाजपा को राजनीति ही सूझ रही है। ऐसा लग रहा है जैसे मानो सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती को कोरोना नहीं कांग्रेस है।कांग्रेस सांसद विवेक तन्‍खा ने इसे मप्र शासन की चौंकाने वाली कार्रवाई करार दिया है। कोरोना हॉट स्पॉट भोपाल में भूतपूर्व मंत्रियों को सरकार आवास खाली करने के लिए कहना कोरोना काल में बलपूर्वक की गई कार्रवाई है।



 





 



बदले की कारवाई नहीं मुख्यमंत्री का अधिकार



गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस के आरोप पर कहा कि बंगला खाली करवाना एक सामान्य प्रक्रिया है। किसे बंगला आवंटित करना है, किससे खाली करवाना है यह मुख्यमंत्री का अधिकार है। मिश्रा ने इसे द्वेष प्रेरित और बदले की कार्रवाई से प्रेरित राजनीति बताने के आरोपों को खारिज किया है।