उत्तर प्रदेश के कानपुर में गुरुवार देर रात 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने के मुख्य आरोपी विकास दुबे की मां सरला देवी ने कहा है कि विकास दुबे को पुलिस के सामने समर्पण कर देना चाहिए। यदि वो ऐसे ही भागता रहा तो एक दिन पुलिस उसका एनकाउंटर कर देगी। यदि पुलिस उसे पकड़ने में कामयाब हो जाती है तो उसे मार देना चाहिए, क्योंकि जो उसने किया है वो माफी के लायक नहीं है।

कानपुर कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे की मां सरला देवी अपने छोटे बेटे दीपू की पत्नी अंजलि के साथ रहती है। अंजलि पिछले 10 साल से बकेरू गांव की प्रधान है। सरला देवी ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान कहा, 'मुझे घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। बहू ने टीवी पर देख कर मुझे इस बारे में बताया। परिवार ने विकास को इसके अपराध की दुनिया छोड़ने को लेकर बहुत समझाइश दी थी लेकिन उसने एक ना सुनी। वह सियासत में जाने के लिए जुर्म के रास्ते पर चल पड़ा था।

विकास के खिलाफ 65 मुकदमें हैं दर्ज

विकास दुबे की मां ने अपने बेटे के अपराधों के बारे में बताते हुए कहा कि पहले वह बीजेपी में रहा, बाद में लंबे समय तक बीएसपी में और अब समाजवादी पार्टी में था। बीएसपी में रहने के दौरान ही उसने बीजेपी में ऊंचा दर्जा हासिल करने के लिए अन्य उच्च पदस्थ वज़ीर की हत्या की थी। उसके बाद विकास लगातार वारदातों को अंजाम देता रहा। इस वक़्त विकास पर 65 अपराधों के मामले दर्ज हैं। मेरा बेटा अपराधी है और उसे उसके किए की सज़ा मिलनी चाहिए। वह अपने परिवार के साथ दूसरे घर में रहता है और मेरी विकास से लॉकडाउन से पहले ही मुलाकात हुई थी।

क्या था मामला?

कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के विकरू गांव में कुख्यात अपराधी और हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने के लिए जब पुलिस दबिश देने पहुंची तब बदमाशों ने पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थी। हमले में बिल्‍हौर के सीओ समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी दो बदमाशों को मार गिराया जिसमें एक विकास का मामा और एक चचेरा भाई बताया जा रहा है। हालांकि मुख्य आरोपी विकास दुबे घटना स्थल से फरार है। फायरिंग के दौरान एसओ बिठूर समेत 6 घायल पुलिसकर्मियों को रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पहले से तैयार था दुबे

बताया जा रहा है कि दबिश की जानकारी दुबे और उसके साथियों को देर शाम ही मिल गई थी। जिस वजह से उन लोगों ने बीच रास्ते में ही जेसीबी खड़ी कर दी थी। सारे बदमाश आस पास के घरों में छत पर छिप कर पुलिस का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही पुलिस की टीम विकास को दबोचने के लिए पहुंची, छत से फायरिंग शुरू हो गई। गांववालों का कहना है कि रात में जब गोलियों को आवाज़ आ रही थी वो इतने डर गए कि बाहर नहीं निकल पाए जिस वजह से उन्होंने किसी बदमाश का चेहरा नहीं देखा।

सीएम ने किया 1 करोड़ मुआवजे का एलान

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। सीएम के निर्देशों के बाद अपराधियों को पकड़ने के लिए एसटीएफ की टीमें तुरंत ही हरकत में आ गई है। मुख्यमंत्री ने फायरिंग में शहीद हुए आठ पुलिसकर्मियों के परिजनों के लिए एक-एक करोड़ रुपए मुआवजे का भी एलान किया है।