ग्रह षट् समायोगे, मंत्रिणो मरणं भवेत्।

 पश्वश्चादि भयं सर्वं, संकरादि जनक्षय:।।

पट्टराज्ञो विनाशो वा, महाभय मथापि वा।।

बुधवार 10 फरवरी से 11 फरवरी तक एक विशेष बात ध्यान देने योग्य है कि मकर राशि पर 6 ग्रह एकत्रित हो चुके हैं। मकर राशि में सूर्य, गुरु, शनि, मंगल, बुध और शुक्र ग्रह एक राशि में आने वाले हैं। जो देश के लिए अनिष्ट सूचक है। कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। अत: 10 और 11 फरवरी के दो दिनों में अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है।

आप सब जहां हैं वहीं भगवद्स्मरण में अपना समय लगाएं। सभी मंदिरों, देवालयों और धार्मिक स्थलों पर महामृत्युंजय मंत्र का जप होना चाहिए। ईश्वर की शरण ग्रहण करें। सब मंगल हो, ऐसी मंगल कामना करते हुए परम पूज्य गुरुदेव भगवान और मां भगवती से प्रार्थना करते हैं कि- त्रैलोक्य मंगलं कुरु