मुंबई। भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तान महेन्द्र सिह धोनी ने 15 अगस्त को अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया।मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की अपैक्स कमिटी के सदस्य अजिंक्य नाइक ने वानखेड़े स्टेडियम में धोनी के नाम से एक सीट परमानेंट करने के लिए एमसीए को प्रस्ताव भेजा है। 

धोनी के बल्ले से निकला विजय सिक्सर जिस सीट पर जा कर गिरा, नाइक ने उस सीट को पूर्व कप्तान धोनी को समर्पित करने के लिए एमसीए को पात्र लिखा है। हालांकि धोनी के सिक्सर शॉट के बाद वो गेंद कौन सी सीट पर जा कर गिरी यह ज्ञात नहीं है। इसलिए नाइक ने एमसीए को लिखे अपने पत्र में यह विशवास दिलाया है कि वे खुद जा कर उस सीट का पता लगा लेंगे। नाइक ने अपने पत्र में कहा है कि जिसने भारत को चैम्पियन बनाया ऐसे खिलाड़ी के सम्मान में मुम्बई क्रिकेट एसोसिएशन को एक परमानेंट सीट देनी चाहिये। 

अगर एमसीए इस प्रस्ताव पर हामी भरता है तो यह दुनिया भर में अपने आप में इस तरह का पहला सम्मान होगा इससे पहले स्टेड़ियम में खिलाड़ियों के सम्मान में उनके नाम का स्टैंड बनाया जाता था लेकिन अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट की बात करें तो 1993 में मेलवॉर्न क्रिकेट ग्राउण्ड पर सिमॉन ओ डेनियल के द्वारा 122 मीटर के गगनचुंभी सिक्सर लगाने पर ग्रेट साउथर्न स्टैण्ड पर एक सीट को पीला रंग से रंगा गया था यही नहीं 2018 में एतीहाद स्टेडियम में जब अपने आखिरी मैच खेल रहे ब्रेड़ हॉज ने बिग बैस लीग में 96 मीटर लम्बा सिक्स लगाया तो उनके सम्मान में भी उस सीट को लाल रंग से रंग दिया गया था।

बता दे कि 39 वर्षीय पूर्व भारतीय कप्तान धोनी ने भारत के लिए 16 साल क्रिकेट खेला जिसमे उन्होने 90 टेस्ट,350 वनडे,और 98 टी20 खेले।