नई दिल्ली 
टोक्यो पैरालिम्पिक खेलों में आईएएस अधिकारी सुहास यतिराज ने सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। नोएडा के 38 वर्षीय जिलाधिकारी सुहास पैरालिम्पिक खेलों में देश के लिए पदक जीतने वाले पहले आईएएस अधिकारी हैं। बैडमिंटन के एसएल 4 क्लास फाइनल मुकाबले में सुहास फ्रांस के लुकास माजूर से 15-21,21-17,21-15 से हार गए और उन्हें सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। टोक्यो पैरालिम्पिक के बैडमिंटन में भारत का यह तीसरा मेडल है। 

इससे पहले शनिवार को भारत के शटलर प्रमोद भगत ने जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए बैडमिंटन एकल एसएल-3 में गोल्ड मेडल जीता था। ओडिशा के रहने वाले 33 वर्षीय प्रमोद ओलिंपिक या पैरालिम्पिक खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले शटलर हैं। उनके अलावा इसी इवेंट में भारत के मनोज सरकार ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। सुहास के सिल्वर मेडल जीतने के साथ ही टोक्यो पैरालिम्पिक में भारत के पदकों की संख्या 18 हो गई है। भारत ने अब तक 4 गोल्ड, 8 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज़ मेडल जीते हैं। 

टोक्यो पैरालिम्पिक में भारत निशानेबाजी में 5 और बैडमिंटन में 3 पदक जीत चुका है। भारतीय शटलर कृष्ण नागर फाइनल राउंड में पहुंचकर भारत के लिए 19 वां मेडल भी पक्का कर दिया है। कर्नाटक के 38 वर्षीय सुहास कंप्यूटर इंजीनियर हैं और 2007 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।  वर्तमान में वे नोएडा के जिलाधिकारी हैं। इससे पहले भी सुहास उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जिलाधिकारी रह चुके हैं।