ब्राजील की प्रख्यात माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. मारियांगेला हुनग्रिया को 2025 का विश्व खाद्य पुरस्कार प्रदान किया गया है। यह पुरस्कार उन्हें कृषि क्षेत्र में जैविक नाइट्रोजन स्थिरीकरण (Biological Nitrogen Fixation) पर उनके क्रांतिकारी शोध के माध्यम से खाद्य सुरक्षा और स्थायी विकास में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया गया है।

डॉ. हुनग्रिया ने ब्राजील की सरकारी कृषि अनुसंधान संस्था एम्ब्रापा (Embrapa) में चार दशकों से अधिक समय तक कार्य करते हुए जैविक बीज और मिट्टी उपचार विधियों का विकास किया। इन विधियों के माध्यम से उन्होंने फसलों की पोषण क्षमता और उत्पादकता में वृद्धि की, साथ ही रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता को भी कम किया।

उनकी तकनीकों का उपयोग ब्राजील में 40 मिलियन हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में किया गया है, जिससे किसानों को सालाना लगभग 40 बिलियन अमेरिकी डॉलर की बचत हुई है और 180 मिलियन मीट्रिक टन CO₂ उत्सर्जन को रोका गया है।

उनकी शोध का मुख्य केंद्र बिंदु जैविक नाइट्रोजन स्थिरीकरण रहा है, जिसमें उन्होंने राइजोबिया (Rhizobia) और एजोस्पिरिलम ब्रासिलेंस (Azospirillum brasilense) जैसे सूक्ष्मजीवों का उपयोग करके सोयाबीन, मक्का, गेहूं, चावल और बीन्स जैसी प्रमुख फसलों की उत्पादकता बढ़ाई है।

डॉ. हुनग्रिया ने पुरस्कार राशि का उपयोग महिलाओं, कृषि, माइक्रोबायोलॉजी, संचार और विशेष आवश्यकताओं वाले लोगों के लिए काम करने वालों को सम्मानित करने हेतु एक नया पुरस्कार स्थापित करने की योजना बनाई है।