रायपुर। करीब 5 महीने बाद बुधवार से एक बार फिर प्रदेश में बसों के पहिए घूमने लगे हैं। प्रदेश में बुधवार से सभी रूट्स पर बस सेवा शुरू हो गई हैं। बस ऑपरेटरों की कुछ मांगे सरकार ने मांग ली है, बाकी पर फैसला आने वाले समय में किया जाएगा। फिलहाल सरकार ने बस ऑपरेटर्स का सितंबर और अक्टूबर महीने का टैक्स माफ कर दिया है। साथ ही परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने आश्वासन दिया है कि कैबिनेट की बैठक में किराया बढ़ोतरी को लेकर चर्चा की जाएगी।

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बसों का टैक्स माफ करने को लेकर लेकिन शर्त रखी थी कि इसकी छूट उसी बस संचालक को मिलेगी जो बस चालक और कंडेक्टर के सैलरी की रसीद परिवहन कार्यालय में जमा करेगा। रसीद जमा करने वालों को छूट का लाभ दिया जाएगा। बस चालक और कंडेक्टर की सैलरी की रसीद दिसंबर तक जमा की जा सकती है।  

गौरतलब है कि अनलॉक-4 के बाद ही सरकार ने बस सेवा बहाल करने की अनुमति दे दी थी। लेकिन शासन की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद भी बस संचालक अपनी मांगों पर अड़े थे। अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर बस संचालकों ने 28 अगस्त को धरना भी दिया था। अब सरकार द्वारा दो महीने का टैक्स माफ करने और आगामी समय में बस संचालकों की अन्य मांगों पर विचार करने के फैसले के बाद बसों का संचालन शुरु किया गया है। फिलहाल 10 से 15 फीसदी बसें ही संचालित हो रही हैं। जहां जितनी बसों की जरूरत होगी, वहां उतनी बसें चलाई जाएंगी। बस संचालकों ने बसों मे कोरोना गाइडाइन का पालन करना सुनिश्चित किया है। इसके लिए बसों को सेनिटाइज किया गया है। यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया जा रहा है। बसें नहीं चलने से यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।