रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भावुक होने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री ने पीएम पर तंज कसते हुए कहा है कि आंसू तो आंसू होते हैं, बस उनके मायने अलग होते हैं। एक तरफ जहां किसान नेता राकेश टिकैत के आंसू निकले तो राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा के हजारों किसान उनके साथ खड़े हो गए। वहीं प्रधानमंत्री के आंसू निकलने का क्या असर हुआ आप सब देख रहे हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री पेंड्रा-गौरेला के दौरे पर थे। इसी दौरान उन्होंने ये बातें कहीं।

मंगलवार 9 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद के बारे में बात करते हुए कई बार भावुक हो गए थे। उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद का स्थान भर पाना मुश्किल होगा। उन्होंने कश्मीर के आतंकी हमले और गुजरात के लोगों के मारे जाने की घटना का जिक्र किया कि किस तरह कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे गुलाम नबी ने एक परिवार के मुखिया की तरह लोगों की जानकारी गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री याने नरेंद्र मोदी को दी थी, औऱ लोगों के शव उनके परिवारों तक गुजरात पहुंचाए थे।

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इस घटना की चर्चा करते हुए कई बार प्रधानमंत्री के आंसू निकल आए, और उनका गला रुंध गया। राज्यसभा में प्रधानमंत्री ने कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद की तारीफों के पुल बांधे और उनके जज्बे को सलाम किया। प्रधानमंत्री ने गुलाम नबी आजाद को उनकी पार्टी के साथ-साथ सदन और देश की चिंता करने वाला इंसान कहा  था।