देवास जिले के बागली में काम के दबाव में आकर एक डिप्टी रेंजर ने अपनी जान दे दी। डिप्टी रेंजर लालसिंह गंगराड़े वन क्षेत्र की उदयनगर सब रेंज में तैनात था। वहां उसने एक पेड़ पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। उसका शव मगरादेह के घने जंगल में पेड़ से लटका हुआ मिला।

इनदिनों मगरादेह के जंगलों में पौधा रोपण का काम चल रहा है। गंगराडे ने शनिवार को रोजाना की तरह ही मजदूरों से काम करवाया था। जब देर रात तक वह अपने घर नहीं लौटे तब उनकी खोजबीन शुरु की गई। देर रात डिप्टी रेंजर की लाश पेड़ के नीचे मिली। पुलिस का कहना है कि जिस रस्सी से डिप्टी रेंजर ने फांसी लगाई थी वह डाली टूटने के कारण नीचे गिर गई थी।

पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है। इस सुसाइड नोट में डिप्टी रेंजर ने लिखा है कि वह तनाव में है। काम के दबाव के कारण वह आत्महत्या कर रहा है। सुसाइड नोट में यह भी लिखा है कि उनके परिवार को किसी भी तरह से परेशान ना किया जाए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्ट के लिए भेज दिया है। और मामले की जांच शुरू कर दी है। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है। गौरतलब है कि 2 अगस्‍त 2017 को भी बागली थाना क्षेत्र में कमलापुर वन चौकी स्थित आवासीय मकान में डिप्टी रेंजर रमेश नारोलिया ने फांसी लगाकर आत्म हत्या कर थी।