बीजापुर। छत्तीसगढ़ में माओवादी संगठनों के खिलाफ अभियान जारी है। सुरक्षाबलों की ओर से चलाए जा रहे इस एंटी नक्सल अभियान से नक्सली बौखलाए हुए हैं। बौखलाहट में माओवादी निर्दोष ग्रामीणों की हत्या कर रहे हैं। राज्य में अमित शाह के दौरे के ठीक पहले माओवादियों ने बीजापुर जिले में दो ग्रामीणों की हत्या कर दी।

मामला पामेड़ थाना क्षेत्र का है। बताया जा रहा है कि मृतकों में एक सरेंडर नक्सली भी शामिल है। नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक पर इनकी जान ली है। मृतकों का नाम समैय्या और वेको देवा है। समैय्या पहले नक्सली था। उसने 2025 में आत्मसमर्पण किया है। वहीं वेको देवा ग्रामीण है। दोनों नक्सल प्रभावित गांव सेंड्राबोर और एमपुर के रहने वाले थे। इन्हें मिलाकर बीजापुर में 7 दिन में ये 5वीं हत्या हुई है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार रात बड़ी तादाद में हथियारबंद नक्सली सेंड्राबोर और एमपुर पहुंचे थे। वे घर से सरेंडर नक्सली समैय्या और ग्रामीण वेको देवा को किडनैप कर ले गए। इस दौरान दोनों को नक्सलियों ने बेरहमी से पीटा। उनपर आरोप लगाया कि तुमने पुलिस से मुखबिरी की है। इसके बाद नक्सलियों ने दोनों की बेरहमी से हत्या कर दी। मर्डर के बाद लाश को गांव में ही फेंककर भाग गए। 

पुलिस को जब इसकी सूचना मिली तो जवानों को मौके के लिए भेजा गया। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है। इलाके में सर्च अभियान जारी है। बता दें कि इससे पहले 17 जून को नक्सलियों ने बीजापुर जिले के पेद्दाकोरमा गांव में 3 ग्रामीणों की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। इनमें एक 13 साल का 7वीं और दूसरा 20 साल का कॉलेज का छात्र और तीसरा ग्रामीण युवक शामिल है।