रायपुर। छत्तीसगढ़ के विभिन्न अभ्यारणय में बाघों का मूवमेंट तेज हो गया है। जिससे इनकी संख्या में बढ़ोतरी दर्ज हो गई हैं। इसके साथ राज्य के टाइर रिजर्व में भी इनकी चहलकर्मी बढ़ती हुई देखी गई। साल 2023 तक यहां बाघों की संख्या 17 थी, जो अब 35 होने का दावा किया जा रहा है। दरअसल प्रदेश में बाघों के हित के लिए जो काम किए गए, ये उसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है।

जो अब छत्तीसगढ़ के साथ ही भारत के लिए भी गौरवान्वित करने वाला पल है। राज्य में वनमंत्री केदार कश्यप के द्वारा की संवेदनशील पहल के परिणाम स्वरूप बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ के अचानकमार टाइगर रिजर्व, इंद्रवर्ती टाइगर रिजर्व क्षेत्र, सीतानदी उदंति क्षेत्र सहित गुरू घासीदास तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व में बाघों के लिए जरूरी प्रबंधन की व्यवस्था की गई थी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में वन्य जीवन, वन विभाग परिणामस्वरूप बेहतर कार्य कर रहा है। 

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वहीं वर्तमान में उदंती-सोतानदी में दो बाघों का मूवमेंट देखा गया है। जहां एक बाघ 15 अगस्त पर कैमरे में देखा गया जबकि दूसरे बाघ का अप्रैल में पग मार्क मिला है। एटीआर के डिप्टी डायरेक्टर यूआर गणेश के मुताबिक, अप्रैल की सेंसेस में 10 नर और आठ शावक बाघ देखे गए हैं। जिससे उन क्षेत्रों में पेट्रोलिंग बढ़ाई गई हैं। इसके अलावा शिकारियों के उपर तेज नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।