नई दिल्ली।कोरोना वायरस महामारी के आर्थिक असर को लेकर किए गए एक सर्वे में सामने में आया है कि 32 प्रतिशत भारतीयों की इनकम में कमी आई है और लगभग 50 फीसदी भारतीयों को लगता है कि भविष्य में उनकी कमाई और रोजगार पर असर पड़ सकता है। सर्वे में सामने आया है कि कोविड की बाद की दुनिया में आगे बढ़ने के लिए लगभग 90 प्रतिशत लोग सोचते हैं कि उनके पास जरूरी डिजिटल स्किल हैं। ऐसा सोचने वालों में अच्छी खासी संख्या 18 से 34 वर्ष के युवाओं की है।

वैश्विक स्तर पर 71 प्रतिशत लोग सोचते हैं कि कोरोना वायरस महामारी के बीच कामकाजी व्यवस्था में लचीलेपन की जरूरत है। इसमें भी भारतीय सबसे आगे हैं। 81 प्रतिशत भारतीयों का मानना है कि कोरोना वायरस प्रतिबंध हटने के बाद वे सप्ताह में कम से कम दो दिन घर से काम करना पसंद करेंगे।

25 से 34 वर्ष के 75 प्रतिशत कामकाजी भारतीय युवा सोचते हैं कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए आय के दूसरे साधनों को खोजने की जरूरत है। 18 से 44 वर्ष के 56 फीसदी लोग अगले छह महीने में नया बिजनेस शुरू करना चाहते हैं।

सर्वे में सामने आया है कि भारत, केन्या, चीन और पाकिस्तान के 88 प्रतिशत से अधिक लोग कम आय की जगह अधिक काम करके अपनी आय बढ़ाना चाहते हैं। वहीं यूके और अमेरिका में क्रमश: 38 और 33 फीसदी लोगों ने काम के ऊपर अपने समय को प्राथमिकता दी।

कोरोना वायरस महामारी के कारण ऑनलाइ बैंकिग को बढ़ावा मिला है। इसमें भी भारत के लोग आगे हैं। भारत में 79 फीसदी लोग वित्तीय लेन देने के लिए मोबाइल का प्रयोग कर रहे हैं। इसके बाद यूएई में 72 फीसदी और केन्या में 69 फीसदी लोग ऐसा कर रहे हैं।