नई दिल्ली। भगोड़े कारोबारियों विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की संपत्ति सरकार बैंकों को ट्रांसफर कर दी गई है। सरकारी बैंकों को तीनों भगोड़े कारोबारियों की 9 हज़ार करोड़ से ज़्यादा की संपत्ति सरकारी बैंकों के हवाले कर दी गई है। खुद प्रवर्तन निदेशालय ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। 



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बुधवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय ने ट्वीट करते हुए कहा कि 9,371 करोड़ की संपत्ति को सरकारी बैंकों को ट्रांसफर कर दिया गया है। ईडी के ट्वीट के मुताबिक न सिर्फ ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ़ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत तीनों भगोड़े कारोबारियों की 18,170.02 करोड़ की संपत्ति ज़ब्त की है। बल्कि उनकी 9,371 करोड़ की ज़ब्त संपत्ति को सरकारी बैंकों को केंद्र सरकार के हवाले कर दिया गया है।  





ईडी द्वारा ज़ब्त की गई 18 हज़ार करोड़ से ज़्यादा की संपत्ति बैंकों को हुए घाटे का 80 फीसदी है। अभी जो 9,371 करोड़ की संपत्ति बैंकों के हवाले की गई है, वह घाटे का 40 फीसदी है। विदेश भागने वाले तीनों कारोबारियों ने कुल मिलाकर 22,585 करोड़ का चूना भारतीय बैंकों को लगाया है। नीरव मोदी और मेहुल चोकसी ने मिलकर पीएनबी का करीब 13,500 करोड़ का घाटा किया है। जबकि माल्या पर 9 हज़ार करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है। विजय माल्या इस समय इंग्लैंड में ज़मानत पर है। नीरव मोदी लंदन की एक जेल में बंद है। जबकि मेहुल चोकसी डोमिनिका जेल में बंद है।