नई दिल्ली। भारत में आर्थिक-कारोबारी गतिविधियों के मामले में आजादी और खुलेपन में भारी कमी आई है। बिजनेस एनवायरनमेंट के खुलेपन की रैंकिंग में भारत 26 पायदान नीचे गिर गया है। कनाडा की संस्था की ओर से प्रकाशित रिपोर्ट ग्लोबल इकोनॉमिक फ्रीडम इंडेक्स में भारत 26 स्थान नीचे गिरकर 105वें पायदान पर आ गया है। 

संस्था द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार पिछले एक वर्ष में भारत में सरकार के आकार, न्यायिक प्रणाली और संपत्ति के अधिकार, वैश्विक स्तर पर व्यापार की स्वतंत्रता, वित्त, श्रम और व्यवसाय के विनियमन जैसी कसौटियों पर भारत की स्थिति खराब हुई है। बता दें कि साल 2019 की रिपोर्ट में भारत इस सूची में 79 वें स्थान पर था। यह रिपोर्ट कनाडा की फ्रेजर इंस्टिट्यूट द्वारा भारत के थिंकटैंक सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी के साथ मिलकर जारी की जाती है।

अगर भारत का प्रदर्शन 10 अंकों के पैमाने पर देखा जार तो सरकार के आकार के मामले में पिछले साल 8.22 के मुकाबले 7.16 अंक, कानून प्रणाली के मामले में 5.17 की जगह 5.06, अंतरराष्ट्रीय व्यापार की स्वतंत्रता के मामले में 6.08 की जगह 5.71 और वित्त, श्रम तथा व्यवसाय के विनियमन के मामले में 6.63 की जगह 6.53 अंक प्राप्त हुए हैं। बता दें कि इसमें प्राप्तांक दस के जितना करीब होता है स्वतंत्रता उसी अनुपात में अधिक मानी जाती है।

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टॉप पर हांगकांग

रिपोर्ट्स के मुताबिक इस सूची में टॉप पर हांगकांग को स्थान दिया गया है, वहीं दूसरे स्थान पर सिंगापुर है। इसके अलावा टॉप 10 में न्यूजीलैंड, स्विट्जरलैंड, अमेरिका, आस्ट्रेलिया, मॉरीशस, जॉर्जिया, कनाडा और आयरलैंड भी शामिल है। खास बात यह है कि चीन इस सूची में भारत से भी पीछे है और उसका स्थान 124 वां है। जापान इस सूची में 20वें, जर्मनी 21वें, फ्रांस 58वां और रूस 89वां स्थान पर है।