भारत में हर मौसम अपने सौंदर्य और कठिनाइयों के साथ आता है। सर्दियां भी इनमें से एक हैं। ऐसे में जरूरी है कि जैसे ही मौसम बदलता है, आपको भी अपने आहार और जीवनशैली में जरूरी बदलाव चाहिए। ऐसा करने से आप गंभीर बीमारियों के शिकंजे में आने से बचे रहेंगे। दरअसल, सर्दी गुलाबी ठंडी हवा लेकर आती है। मौसम बदलने और सर्दी की शुरुआत होते ही बीमारी के प्रकोप से कोई नहीं बच पाता है। ऐसे में सर्दी से होने वाली बीमारियों से बचने के लिए लोग स्वेटर और कंबल का सहारा लेते हैं। लेकिन ये काफी नहीं हैं। इसके लिए जरूरी है उचित आहार लें और लाइफस्टाइल में बदलाव करें। क्योंकि, सर्दी के मौसम में कुछ ऐसी बीमारियां होती हैं जो सर्दी के साथ-साथ अंत तक चलती है। अक्सर लोग ठंड को नजरअंदाज कर देते हैं। ठंड में सावधानी न बरतना लोगों के लिए खतरनाक साबित होता है और इससे लोग गंभीर बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। सावधानी बरतने से सर्दी से होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है। इस मौसम में तापमान में गिरावट और ठंड बढ़ने के कारण बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

निमोनिया

निमोनिया का मुख्य कारण ठंड लगना है। यूं तो किसी भी आयु वर्ग में हो सकता है। लेकिन बच्चों में अधिक सताता है। यह बैक्टीरिया से होने वाला संक्रमण है। सही समय पर इलाज न मिलने पर मनुष्य की जान भी जा सकती है। ऐसे में खानपान के साथ जीवनशैली में जरूर बदलाव करें।

जोड़ों में दर्द

ठंड शुरू होते ही कई बीमारियां आपके इर्द-गर्द घूमने लगती हैं। ऐसे में सावधानी ही बड़ी समझारी है। दरअसल, सर्दियों में सबसे ज्यादा जोड़ों में दर्द की समस्या होती है। खास तौर पर जिन लोगों को अर्थराइटिस की समस्या है। वैसे से तो यह समस्या ज्यादातर बूढ़े लोगों में दिखाई देती है, लेकिन आजकल यह समस्या हर नौजवान व्यक्ति को भी होती है। इस बीमारी के होने पर कमजोरी, जोड़ों में अकड़न महसूस होना, जोड़ों का चटकना, हाथों, गर्दन, कंधों, कूल्हों, घुटनों, या जोड़ वाले किसी अन्य हिस्‍सों में तेज दर्द होना आदि लक्षण हैं। इससे बचने के लिए धूप में बैठें, जैतून तेल से मालिश कर सकते हैं। 

कान में इन्फेक्शन 

ठंड बढ़ने पर कान में इंफेक्शन होने का भी जोखिम भी अधिक बढ़ जाता है। ज्यादातर लोगों को सर्दियों में कान के अंदर काफी तेज दर्द होता है। इसके साथ ही कान में खुजली और बंद जैसा अनुभव होता है, जिससे सुनने भी दिक्कत हो सकती है। ऐसे में जरूरी है कि जितना संभव हो कानों को ढककर रखें। 

त्वचा में रूखापन

सर्दी के मौसम में त्वचा का रूखापन होना आम समस्या है। खासतौर पर शरीर के जो हिस्से खुले रहते हैं। ये समस्या वहीं अधिक दिक्कत आती है। बेहतर होगा कि ठंडी हवा से बचे. ज्यादा गर्म पानी से स्नान न करें। त्वचा पर अच्छी क्रीम और बॉडी लोशन लगाते रहें।

बुखार

शादी के मौसम में बुखार होना सामान्य बात है। सर्दी के बचाव के लिए गर्म कपड़े जरूर पहनने चाहिए। दो पहिया चालक गर्म कपड़ों के साथ हेलमेट और डसने जरूर पहनें। भोजन से पहले साबुन से हाथ जरूर धोएं। ताजा भोजन करें और गर्म चीजों का सेवन करें। बुखार से राहत मिलेगी।