भोपाल। मध्य प्रदेश में मंगलवार को तेज बारिश का दौरा दिखा। इंदौर, भोपाल और ग्वालियर समेत विभिन्न क्षेत्रों में पानी गिरा। सबसे अधिक बरसात ग्वालियर में 2.3 इंच हुई। इससे पहले पिछले एक हफ्ते से एमपी के कई जिले नदी नाले के उफान पर थे। लेकिन मंगलवार को ऐसी स्थिति नहीं रही। वहीं बुधवार को बारिश का स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव रहेगा। जिससे प्रदेश में एक बार फिर से भारी जलभराव जैसी स्थिति बन सकती हैं।
बुधवार को 18 जिलों में अति बारिश या भारी बारिश की संभावना है। मंडला में सुबह से लगातार बारिश जारी है। राजधानी भोपाल में मानसूनी मौसम के बीच धूप खिली है। अलीराजपुर जिले के आमखुट में सुबह 6 बजे से भारी बारिश जारी है। बारिश का पिछले 15 साल का रिकॉर्ड टूटा। यहां उर नदी में जलस्तर बढ़ गया है। पानी कई घरों में घुस गया है। मंडला और डिंडोरी में भी तेज पानी गिर रहा है। नर्मदा नदी का जलस्तर उफान पर है और लगातार बढ़ रहा है। मंडला जिले के सुभाष वार्ड में पानी निकासी नहीं होने के कारण सड़कों पर 3 फीट तक पानी जमा हो गया है। वहीं डिंडोरी में नर्मदा घाटों पर बने मंदिर डूब गए हैं।
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मध्य प्रदेश में मॉनसून सीजन में अब तक 18.2 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई, जो कोटे से आधी है। मौसम विभाग ने रीवा, मऊगंज, सिंगरौली और सीधी के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां अगले 24 घंटे में 8 इंच पानी गिर सकता है। इसके अलावा गुना श्योपुर, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, मैहर, सतना, शहडोल, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला और बालाघाट में अगले 24 घंटे के दौरान 4 इंच बारिश की संभावना है। कुछ जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक का दौर जारी रहेगा।