पैदल चलना न केवल सबसे सरल, बल्कि सबसे प्रभावी व्यायामों में से एक माना जाता है, जो सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए फायदेमंद है। यह शारीरिक रूप से फिट बनाए रखने के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि उम्र के अनुसार तय की गई दूरी चलकर न केवल स्वास्थ्य लाभ पाया जा सकता है, बल्कि जीवनशैली को भी संतुलित बनाया जा सकता है।
बच्चों और किशोरों को प्रतिदिन कम से कम 60 मिनट की शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए, जिसमें तेज चलना, दौड़ना और खेलकूद शामिल हों। वहीं 18 से 64 साल की उम्र के लोगों को रोजाना 7,000 से 10,000 कदम चलने की सलाह दी जाती है, जो लगभग 5 से 8 किलोमीटर तक होती है। यदि समय की कमी हो, तो हफ्ते में 150 से 300 मिनट तक की मध्यम तीव्रता वाली गतिविधि जैसे पैदल चलना या जॉगिंग काफी लाभकारी मानी जाती है।
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65 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए चलना हार्ट हेल्थ, मांसपेशियों की मजबूती और मानसिक संतुलन के लिए आवश्यक है। उनकी चलने की दूरी लगभग 3,000 से 5,000 कदम प्रतिदिन होनी चाहिए, जिसे स्थिति के अनुसार धीरे-धीरे 7,000 तक बढ़ाया जा सकता है। हालांकि, यह दूरी व्यक्ति की फिटनेस और स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार तय होनी चाहिए, और किसी भी समस्या की स्थिति में डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है।
पैदल चलने के अनेक फायदे हैं—यह दिल को मजबूत बनाता है, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है, वजन घटाने में सहायक होता है और मानसिक तनाव को कम करता है। साथ ही यह हड्डियों की मजबूती और जोड़ों की सेहत को भी बनाए रखता है। बेहतर परिणाम के लिए चलते समय सही पोस्चर अपनाना, आरामदायक जूते पहनना और धीरे-धीरे गति बढ़ाना ज़रूरी है।
हाल ही में 'JAMA नेटवर्क ओपन' में प्रकाशित एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि प्रतिदिन 7,000 कदम चलने से समय से पहले मृत्यु का खतरा 50 से 70 प्रतिशत तक कम हो सकता है। यह निष्कर्ष करीब 2,000 मध्यम आयु वर्ग के वयस्कों पर आधारित है, जिन पर 11 वर्षों से अधिक समय तक अध्ययन किया गया। शोध में यह भी सामने आया कि 10,000 कदम या उससे अधिक चलने वालों को कोई अतिरिक्त लाभ नहीं मिला, यानी मृत्यु दर में गिरावट के लिए अधिक दूरी जरूरी नहीं है।
अध्ययन के अनुसार, चलने की तीव्रता का मृत्यु दर पर कोई खास असर नहीं पड़ा, बल्कि नियमित रूप से चलना ही मुख्य कारक रहा। शोधकर्ताओं ने बताया कि 10,000 कदम की अवधारणा मूलतः जापानी पेडोमीटर के एक पुराने मार्केटिंग कैंपेन का हिस्सा रही है, न कि वैज्ञानिक साक्ष्य पर आधारित।
पैदल चलना न केवल हृदय स्वास्थ्य में सुधार लाता है, बल्कि यह कई दीर्घकालिक बीमारियों से सुरक्षा भी देता है, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है और मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित करता है। इसलिए हर उम्र के व्यक्ति को अपनी क्षमता और उम्र के अनुसार नियमित रूप से चलना चाहिए, ताकि जीवन न केवल लंबा बल्कि स्वस्थ भी बन सके।