अमेरिका। अमेरिका के केंटकी राज्य में बुधवार शाम लुईविल शहर के मोहम्मद अली इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास यूपीएस कंपनी का एक कार्गो विमान हादसे का शिकार हो गया। हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है, जबकि कम से कम 11 लोग घायल हुए हैं। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि विमान आग का गोला बन गया और इलाके में घना धुआं फैल गया।

फेडरल एविएशन अथॉरिटी (FAA) के मुताबिक, यूपीएस फ्लाइट 2976 ने लुईविल से उड़ान भरकर हवाई के डेनियल इनौये इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ओर रवाना हुई थी। उड़ान के कुछ समय बाद ही शाम करीब 5:15 बजे (स्थानीय समयानुसार) एयरपोर्ट के दक्षिणी हिस्से में विमान क्रैश हो गया। टक्कर के बाद जोरदार धमाका हुआ और आसमान में आग और धुआं उठता दिखाई दिया।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में हादसे की भयावह तस्वीरें सामने आई है। इनमें आग की ऊंची लपटें और विमान के मलबे को साफ देखा जा सकता है। पुलिस ने एहतियातन एयरपोर्ट से 8 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को घरों के अंदर रहने की सलाह दी है। फिलहाल एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है और सभी उड़ानें रोक दी गई हैं।

लुईविल मेट्रो पुलिस ने बताया कि हादसे वाली जगह पर अब भी आग लगी हुई है और मलबा फैला हुआ है। दमकलकर्मी आग पर काबू पाने की कोशिश में जुटे हैं। शुरुआती जांच में यह संभावना जताई जा रही है कि विमान में लदी लिथियम बैटरियों से आग लगी हो सकती है। जांचकर्ता इसे 2010 के यूपीएस फ्लाइट 6 हादसे से जोड़कर देख रहे हैं। उस दौरान भी ऐसी ही स्थिति बनी थी।

यूपीएस कंपनी ने पुष्टि की है कि विमान में तीन क्रू मेंबर सवार थे। हालांकि, मृतकों की पहचान फिलहाल सार्वजनिक नहीं की गई है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि विमान में करीब 25,000 गैलन यानी लगभग 95 हजार लीटर जेट फ्यूल भरा हुआ था जिसकी वजह से आग तेजी से फैल गई।

हादसे का शिकार हुआ विमान मैकडॉनेल डगलस MD-11 मॉडल था। यह मॉडल 1990 में एक यात्री विमान के रूप में लॉन्च हुआ था लेकिन बाद में ईंधन की बढ़ती कीमतों के कारण इसे कार्गो विमान में परिवर्तित कर दिया गया। यह विमान लगभग 2.8 लाख किलो वजन लेकर उड़ान भर सकता है और इसमें 38,000 गैलन यानी करीब 1.44 लाख लीटर तक ईंधन भरा जा सकता है।

यूपीएस वर्ल्डपोर्ट के रूप में जाना जाने वाला लुईविल एयरपोर्ट कंपनी का सबसे बड़ा ऑपरेशन सेंटर है। यहां रोजाना करीब 12,000 कर्मचारी काम करते हैं और प्रतिदिन 20 लाख से अधिक पार्सल हैंडल किए जाते हैं। यह विशाल केंद्र लगभग 50 लाख वर्ग फीट क्षेत्र में फैला है। हादसे के तुरंत बाद पुलिस, फायर ब्रिगेड और आपातकालीन टीमें मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने के साथ-साथ राहत कार्य शुरू किया।

यूपीएस एयरलाइंस ने बयान जारी करते हुए कहा है कि हादसे की जांच जारी है और जैसे ही कोई नई जानकारी मिलेगी उसे साझा किया जाएगा। फिलहाल एफएए और नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड की टीमें मिलकर जांच कर रही हैं ताकि दुर्घटना के असली कारणों का पता लगाया जा सके।