भारत समेत दुनियाभर के कई देशों से विवादों में उलझे चीन के सुर संयुक्त राष्ट्र महासभा में नरम पड़ते नज़र आए। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने महासभा में कहा, 'हमारा इरादा किसी भी देश के साथ युद्ध करने का नहीं है। चीन किसी भी देश के साथ हॉट या कोल्ड वॉर लड़ना नहीं चाहता।

पीएम मोदी के भाषण का जवाब

जिनपिंग ने अपने भाषण में आगे कहा, 'चीन कभी अपने आधिपत्य का विस्तार करने या अपना प्रभाव बढ़ाने का प्रयास नहीं करेगा। हम अपने मतभेदों को बातचीत के जरिए सुलझाने की कोशिश करेंगे। हमारा देश बंद दरवाजे के पीछे अपना विकास नहीं करेगा।'  प्रधानमंत्री मोदी ने अपने लद्दाख दौरे पर कहा था कि अब विस्तारवाद का युग समाप्त हो गया है। माना जा रहा है कि जिनपिंग ने मोदी के उसी बयान का जवाब दिया है। 

अमेरिका पर चीन का पलटवार

चीन के राष्ट्रपति ने इस दौरान इशारों ही इशारों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर पलटवार भी किया। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ाई में किसी भी देश को राजनीति नहीं करनी चाहिए। जिनपिंग कहा, 'दुनिया के बड़े देशों को बड़प्पन दिखाना चाहिए। दुनिया को सभ्यताओं की लड़ाई में नहीं पड़ना चाहिए। कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई पर राजनीति न करें।' बता दें कि इसके पहले डोनाल्ड ट्रंप ने अपने संबोधन के दौरान कोविड-19 को एक बार फिर चीनी वायरस कहा था और इस महामारी के लिए चीन की जवाबदेही तय करने की मांग की थी। 

जिनपिंग ने भरोसा दिलाया कि चीन दुनिया को कोविड-19 वैक्सीन उपलब्ध कराएगा। चीन ने कई कोविड-19 वैक्सीन तैयार किए हैं जो तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल में हैं। शी ने कहा कि ये वैक्सीन दुनियाभर के देशों को प्राथमिकता के आधार पर दी जाएंगी।