ब्रिटेन ने कोरोना इंफेक्शन से बचाव के लिए टीकाकरण का काम आज यानी मंगलवार से शुरू कर दिया। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने देश में कोरोना वैक्सीन लगने की शुरुआत को एक बड़ा कदम बताया है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के लिए यह ‘‘वैक्सीन डे'' बेहद महत्वपूर्ण है। 

बोरिस जॉनसन ने कहा कि ‘‘ब्रिटेन ने आज कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ा कदम उठाया है, क्योंकि हम देशभर में टीका भेजने वाले हैं। उन्होंने टीका विकसित करने वाले वैज्ञानिकों, ‘ट्रायल' में हिस्सा लेने वाले लोगों और एनएचएस के प्रयास की तारीफ की है। जॉनसन ने देश के नागरिकों से कोरोना लॉकडाउन के नियमों का पालन करने की अपील भी की है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान शुरू होने के बावजूद सभी लोगों तक टीका पहुंचाने में वक्त लगेगा, इसलिए कोरोना गाइडलाइन्स का पालन करते रहना ज़रूरी है।

ब्रिटेन में टीकाकरण शुरू होने के पहले दिन जिन लोगों को वैक्सीन लगा गई उनमें भारतीय मूल के 87 वर्षीय हरि शुक्ला शामिल हैं। उत्तर-पूर्वी इंग्लैंड में रहने वाले हरि शुक्ला को न्यूकैसल के एक अस्पताल में वैक्सीन की पहली डोज दी गई। पहला टीका लगवाने वाले हरि शुक्ला ने खुशी जताते हुए कहा कि ‘मैं बहुत खुश हूं कि अंतत: हम इस वैश्विक महामारी के अंत की ओर बढ़ रहे हैं और मैं खुश हूं कि टीका लगवाकर मैं अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रहा हूं। मुझे लगता है कि यह मेरा कर्तव्य है और मदद के लिए जो हो सकेगा वह मैं करूंगा।

ब्रिटेन में टीकाकरण की शुरुआत फाइज़र और बायोएनटेक कंपनी की बनाई कोरोना वैक्सीन से हो रही है। कोविड 19 के खिलाफ विश्व के ज्यादातर देशों में वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल हो रहे हैं। लेकिन ब्रिटेन ने फाइज़र की वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत दे दी है। गौरतलब है कि ब्रिटेन कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों की लिस्ट में शामिल है। यहां इस महामारी से 61 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

ब्रिटेन की ओर से फाइजर/ बायोएनटेक को 40 यानी चार करोड़ खुराक का आर्डर दिया गया है। हर व्यक्ति को कोरोना वैक्सीन के दो डोज़ दिए जाएंगे। यानी ब्रिटेन में चार करोड़ खुराक की मदद से दो करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जा सकेगा। इनमें से करीब 8 लाख डोज़ पहले हफ्ते के अंदर उपलब्ध होने की उम्मीद जाहिर की जा रही है। कोरोना वैक्सीन की खुराक सबसे पहले हेल्थ वर्कर्स और उसके बाद बुजुर्गों को लगाई जाएगी।