राष्ट्रपति चुनाव हार चुके डोनाल्ड ट्रंप अगली दफा यानी 2024 में एक बार फिर से राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ सकते हैं। वैसे तो डोनाल्ड ट्रंप और उनकी टीम इस बार भी हार स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं और वे बार-बार यही दावा कर रहे हैं कि ट्रंप अभी ही देश के अगले राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं, लेकिन उनकी इन कोशिशों के कामयाब होने की ज़्यादा उम्मीद नहीं है। ऐसी हालत में ट्रंप 2024 में फिर से राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा लेने के पूरे आसार हैं।

पार्टी के पास नहीं है कोई विकल्प 

मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप के इस बार चुनाव हार जाने के बावजूद रिपब्लिकन पार्टी के पास उनसे बेहतर कोई उम्मीदवार नहीं है। अपनी विभाजनकारी और विवादास्पद छवि के बावजूद ट्रंप फिलहाल रिपब्लिकन पार्टी का सबसे लोकप्रिय चेहरा बने हुए हैं। लिहाज़ा इस बात की पूरी संभावना है की अगले चुनाव में पार्टी एक बार फिर से ट्रंप को ही अपना उम्मीदवार बनाए। 

ट्रंप ने भी शुरू कर दी है तैयारी 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक खुद डोनाल्ड ट्रंप ने इस बात के संकेत दे दिए हैं कि वे अगला राष्ट्रपति चुनाव भी लड़ेंगे। डोनाल्ड ट्रंप ने इसकी तैयारी भी अभी से ही शुरू कर दी है। ट्रंप इसके लिए पार्टी में अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने नेशनल कमेटी में अपनी कट्टर समर्थक रोना मैक्डेनियल को अपॉइंट किया। यही कमेटी सबसे आखिर में पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगाती है।

ट्रंप के अलावा ये नेता भी हैं रेस में 

हालांकि अमेरिका में अगला राष्ट्रपति चुनाव 2024 में होना है। उस समय तक ट्रंप 78 वर्ष के हो जाएंगे। ऐसे में उस समय ट्रंप इतने सक्रिय रह पाएंगे या नहीं इस पर कुछ कह पाना फिलहाल अभी मुश्किल है। अगर किसी वजह से डोनाल्ड ट्रंप अगले चुनाव में अपनी दावेदारी पेश नहीं कर पाए, तो रिपब्लिकन पार्टी के पास वाइस प्रेसिडेंट माइक पेन्स, अरकंसास के सीनेटर टॉम कॉटन, मिसौरी सीनेटर जोश हॉवले, यूएन में एम्बेसेडर रहीं भारतीय मूल की निक्की हैली जैसे नाम विकल्प के तौर पर मौजूद हैं। ये नाम भी अभी रेस में चल रहे हैं। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर ट्रंप ने दावेदारी की तो इनमें से कई नेता उन्हें समर्थन दे सकते हैं।

हालांकि ट्रंप के राष्ट्रपति पद से हटने के बाद अगर उनके खिलाफ कानूनी मामलों की बाढ़ आ गई, तो उनकी राह में काफी अड़चने आ सकती हैं। दरअसल अमेरिका में इस बात की काफी संभावना जाहिर की जा रही है कि राष्ट्रपति पद से हटने के बाद ट्रंप को मिले विशेषाधिकार खत्म हो जाएंगे और तब उनके खिलाफ टैक्स चोरी, महिलाओं के यौन शोषण से लेकर भ्रष्टाचार के जरिए अपना होटल बिज़नेस बढ़ाने समेत कई आरोपों में मुकदमे और जांच की शुरूआत हो सकती है।