न्यूयॉर्क। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन और निर्वाचित उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को टाइम मैगजीन ने ‘पर्सन ऑफ द इयर’ चुना है। पत्रिका ने इन दोनों डेमोक्रेटिक नेताओं को अमेरिकी राजनीति में बड़ा बदलाव लाने में सफलता के मद्देनज़र इस ख़िताब के लिए चुना है। जो बाइडेन ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव के बाद अब टाइम पर्सन ऑफ द इयर के चुनाव में भी अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हरा दिया है। हालांकि साल 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुने जाने के बाद ट्रंप भी ‘पर्सन ऑफ द इयर’ चुने जा चुके हैं।



पत्रिका के पर्सन ऑफ द इयर ख़िताब की होड़ में बाइडेन, हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के अलावा नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज के निदेशक डॉ. एंथनी फाउची और मूवमेंट फॉर रेशियल जस्टिस भी शामिल थे। आखिरकार इस मुकाबले में जीत जो बाइडेन और कमला हैरिस की ही हुई। पत्रिका ने इसकी वजह बताते हुए कहा है, ‘जो बाइडेन और कमला हैरिस को साल 2020 के लिए टाइम पर्सन ऑफ द इयर इसलिए चुना गया है, क्योंकि उन्होंने अमेरिका की राजनीति में अहम बदलाव किया है। उन्होंने ये दिखाया है कि सहानुभूति में  विभाजनकारी सोच की उग्रता से अधिक ताकत है। उन्होंने उस नज़रिया और सोच को सामने रखा है, जिसकी ज़रूरत एक पीड़ित दुनिया को है।’



 





 



2019 में जलवायु परिवर्तन को लेकर आवाज उठाने वाली स्वीडन की 16 साल की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को टाइम मैग्जीन ने पर्सन ऑफ द इयर चुना था। ग्रेटा यह सम्मान पाने वाली सबसे कम उम्र की शख्सियत हैं। उसके ठीक अगले साल में पत्रिका ने खिताब के लिए 78 साल के जो बाइडेन को चुना है, जो इस सम्मान के लिए चुने गए सबसे बुजुर्ग व्यक्तियों में से एक हैं।



बता दें कि टाइम मैगजीन ने इस परंपरा की शुरूआत 1927 में की थी। तभी से साल के सबसे प्रभावशाली व्यक्ति को 'मैन ऑफ द इयर' के रूप में चुने जाने का सिलसिला चला आ रहा है। बाद में इसका नाम बदलकर पर्सन ऑफ द इयर किया गया।