अमेरिका के चुनाव नतीजों में डेमोक्रेटिक पार्टी के दोनों उम्मीदवार, जो बाइडेन राष्ट्रपति और कमला हैरिस उपराष्ट्रपति पद पर विजयी हुए हैं। भारतीय मूल की कमला हैरिस अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति चुनी गई हैं। इसके लिए उन्होंने अपने समर्थकों को धन्यवाद दिया है, और कहा है कि इसके साथ ही सदियों से चले आ रहे महिलाओं के संघर्ष को आज एक बड़ी कामयाबी मिली है। कमला हैरिस ने कहा है कि उनकी जीत महिलाओं के लिए शीर्ष पर पहुंचने की शुरूआत है। उन्होंने आगे कहा कि हो सकता है वे अपने समुदाय की इस पद पर पहुंचने वाली पहली महिला हों, लेकिन वे आखिरी महिला नहीं बनना चाहतीं। क्योंकि आज हर छोटी बच्ची जो यह देख रही है उसे मालूम हो गया है कि अमेरिका में असीम संभावनाएं हैं।






कमला हैरिस ने उपराष्ट्रपति चुने जाने के बाद पहले संबोधन में अपनी मां श्यामला गोपालन को याद किया। हैरिस ने कहा कि जब वह पहली बार अमेरिका आई थीं तब उन्होंने इस पल के बारे में बिल्कुल भी नहीं सोचा था। मैं उन्हें याद कर रही हूं। कमला हैरिस ने आगे कहा कि अमेरिका में उनकी मौजूदगी के लिए उनकी मां सबसे बड़ी वजह हैं। इसलिए वह अपनी मां का तहे दिल से धन्यवाद कहना चाहती हैं।



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इसी के साथ कमला हैरिस ने कहा कि वे अपनी मां और उनकी पीढ़ी की महिलाओं के बारे में लैटिन, एशियन व्हाइट, नैटिव अमेरिकन और अश्वेत महिलाओं के बारे में सोच रही हैं। ये महिलाएं इस पल के लिए अमेरिका के इतिहास में लगातार संघर्ष करती आई हैं। 



कमला हैरिस ने अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति, पहली दक्षिण एशियाई महिला उपराष्ट्रपति और पहली अश्वेत महिला उपराष्ट्रपति के तौर पर इतिहास रच दिया है। यह बात भारत के लिए भी गर्व करने वाली है कि भारतीय मूल की महिला अमेरिकी उपराष्ट्रपति का पद संभालेंगी।