प्रधानमंत्री ने आज आईसीसी यानि इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स के 95 वें सालाना कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए शिरकत की। पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कोरोना द्वारा जनित विषम परिस्थितियों में आपदा को अवसर में बदलने का मंत्र दिया। मोदी ने कहा कि हमें एक तरफ जहां कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोक कर उस पर काबू पाना है तो वहीं दूसरी तरफ हमें अपनी अर्थव्यवस्था को भी पटरी पर लाना है। हमें इस चुनौती को अवसर में बदलना है।

आयात की पराधीनता खत्म करने पर दिया ज़ोर

कार्यक्रम में मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य का भी उल्लेख किया। मोदी ने कहा कि 'हर वो वस्तु जिसे आयात करने के लिए देश दूसरे देशों पर निर्भर है। उन सभी वस्तुओं को भारत में ही कैसे तैयार किया जा सके, हमें इस दिशा में अग्रसर होने की ज़रूरत है। हमारे यहां कहा जाता है- मन के हारे हार, मन के जीते जीत। यानि हमारी संकल्पशक्ति, हमारी इच्छाशक्ति ही हमारा आगे का मार्ग तय करती है। जो पहले ही हार मान लेता है उसके सामने नए अवसर कम ही आते हैं।

टैगोर की कविता का किया ज़िक्र

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कवि रवीन्द्रनाथ टैगोर की कविता का ज़िक्र करते हुए कहा कि इस समय हर देश वासी इस आपदा को अवसर में परिवर्तित करने के लिए दृढ़ संकल्प से भरा हुआ है। मोदी ने कहा गुरुवर टैगोर ने अपनी कविता ‘नूतोन जुगेर भोर’ में कहा है- “चोलाय चोलाय बाजबे जोयेर मेरी,पाएर बेगेई पोथ केटे जाय कोरिश ना आर देरी” यानि हर आगे बढ़ने वाले कदम पर घोषनाद होगा।

भारत में सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त होने का अभियान चल रहा है

प्रधानमंत्री ने आईसीसी के वार्षिक कार्यक्रम के अपने संबोधन में कहा कि भारत में एक और अभियान अभी चल रहा है- देश को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने का।इसमें 'पीपल, प्लैनेट और प्रॉफिट' तीनों ही विषय एड्रेस होते हैं। विशेषकर पश्चिम बंगाल के लिए तो ये बहुत ही फायदेमंद है।इससे आपके यहां जूट का कारोबार बढ़ने की संभावना बढ़ती है।

व्हाट बंगाल थिंक्स टुडे, इंडिया थिंक्स टुमॉरो

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में बंगाल को मैन्युफैक्चरिंग हब के तौर पर पुनः स्थापित करने की बात की। मोदी ने कहा मैन्युफैक्चरिंग में हमें बंगाल की श्रेष्ठता को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है। मोदी ने कहा कि हम हमेशा सुनते आए हैं 'व्हाट बंगाल थिंक्स टुडे, इंडिया थिंक्स टुमॉरो'। हमें इससे प्रेरित हो कर आगे बढ़ने की ज़रूरत है।

सरकार ने गरीबों के बिजली बिल की बचत की

मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार के आने के बाद गरीबों को बिजली बिल में काफी बचत हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि '5-6 वर्ष पहले एक LED बल्ब साढ़े तीन सौ रुपए से भी ज़्यादा में मिलता था आज प्रतिवर्ष देशवासियों के करीब-करीब 19 हज़ार करोड़ रुपए बिजली के बिल में, LED की वजह से बच रहे हैं। ये बचत गरीबों के साथ साथ देश के मध्यम वर्ग को भी हुई।