नई दिल्ली। तालिबानी आतंकियों का जश्न अफगानिस्तान के मासूम लोगों के लिए मातम में तब्दील हो गया। शुक्रवार को पंजशीर पर तालिबानी कब्ज़े के दावे के बाद तालिबानी लड़ाकों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। लेकिन तालिबानियों का यह जश्न 17 ज़िंदगियों की मौत की वजह बन गया। 

शुक्रवार देर रात तालिबानी आतंकियों ने पंजशीर पर कब्ज़े के जश्न में हवाई फायरिंग शुरू कर दी। आतंकियों की इस हवाई फायरिंग में मासूम बच्चों समेत कुल 17 लोगों की मौत हो गई। जबकि 41 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना की पुष्टि तालिबानी और तमाम विदेशी समाचार एजेंसियों ने की है।  

वहीं अफ़गानिस्तान की सत्ता पर काबिज़ हुई नई तालिबानी हुकूमत के विरोध में अफ़गानी महिलाओं ने मोर्चा संभाल लिया है। अफ़गानिस्तान की महिलाएं अपने अधिकारों के लिए काबुल की सड़कों पर इकट्ठा हो गई हैं। प्रदर्शनकारी महिलाएं समानता के अधिकार की मांग कर रही हैं। महिलाओं का कहना है कि उन्हें समानता के उसी वातावरण में जीना है जो तालिबानी शासन के कायम होने से पहले हुआ करता था। हालांकि महिलाओं का कहना है कि वे बुर्का पहनने के लिए तैयार हैं, लेकिन उनकी बच्चियों को पढ़ने का अधिकार दिया जाए। 

कुछ मीडियो रिपोर्ट्स में काबुल में जारी महिलाओं के प्रदर्शन का हिंसक रुप अख्तियार करने का भी दावा किया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबान ने प्रदर्शनकारी महिलाओं पर आंसू गैस के गोले दागे हैं।