कैलिफोर्निया। ट्विटर ने अमेरिकी चुनाव से ठीक पहले गलत सूचनाओं को फैलने से रोकने के लिए कुछ बड़े बदलावों की घोषणा की है। इनमें से कुछ बदलाव माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म के रिट्वीट फीचर से जुड़े हैं। इस फीचर से ही ट्विटर पर कोई ट्वीट वायरल होता है। बताया जा रहा है कि अगर कोई यूजर किसी गलत ट्वीट को रिट्वीट करेगा तो उससे पहले टि्वटर उसे चेतावनी देगा। साथ ही ट्विवटर ऑरिजनल ट्वीट के बारे में जानकारी मुहैया कराएगा। ट्विटर रिट्वीट करने से पहले यूजर्स को अपनी टिप्पणी करने के लिए भी कहेगा। 

सोशल मीडिया की बड़ी कंपनी ट्विटर ने ब्लॉग पोस्ट में लिखा, "नए फीचर्स आने से यूजर्स को थोड़ी रुकावट महसूस होगी, खासकर उनको जो सिर्फ रिट्वीट करना चाहते हैं। हालांकि, हम यूजर्स से अपने विचार जोड़ने के लिए इसलिए कहेंगे ताकि उन्हें पता  चले कि वे आखिरकार किसलिए किसी ट्वीट को आगे बढ़ा रहे हैं। हम यह भी चाहते हैं कि किसी चर्चा में लोग अपने अपने विचार व्यक्त करें।"

दरअसल, लोगों का मानना है कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का प्रयोग गलत सूचनाएं फैलाने के लिए हो सकता है। फेसबुक भी इसके लिए तैयारी कर रहा है। हालांकि, ट्विटर के पास फैक्ट चेकिंग के लिए फेसबुक जितने संसाधन नहीं हैं। लेकिन हाल ही में ट्विटर ने गलत सूचनाओं को फ्लैग करना शुरू किया है। कंपनी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक ट्वीट को भी फ्लैग कर चुकी है, जिसमें उन्होंने पोस्टल बैलट वोटिंग में धोखाधड़ी का दावा किया था।

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ट्विटर तब तक कोई ट्वीट नहीं हटाता है, जब तक उससे तुरंत कोई नुकसान या खतरा पैदा ना हो रहा हो। हालांकि, कंपनी का दावा है कि घृणा फैलाने और हिंसा भड़काने वाले ट्वीट पर तुंरत कार्रवाई होती है। हालांकि, कंपनी अब छोटी मोटी गलत सूचनाओं को लेकर भी कार्रवाई करना चाहती है।