भोपाल। मध्यप्रदेश की चार ग्राम पंचायतों के 13 गांवों ने कोरोना के प्रति लोगों को जागरुक करने का अनोखा तरीका अपनाया है। अब वैक्सीन नहीं लगवाने वालों का हुक्का पानी बंद करने का ऐलान किया गया है। इसके लिए गावों में बैनर पोस्टर-चस्पा कर दिया गया है। पंचायतों ने फैसला किया है कि जो ग्रामीण कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाएंगे, गांवों में उनका सोशल बायकॉट कर दिया जाएगा। दरअसल गावों में कोरोना वैक्सीनेशन का कोई उपाय काम नहीं आ रहा है। प्रशासन का कोई जतन ग्रामीणों के मन से वैक्सीन का डर खत्म नहीं कर पा रहा है। इलाके के एक गांव में 1500 लोगों की आबादी में से महज 400 लोगों ने वैक्सीनेशन करवाया है। यही हाल अन्य ग्राम पंचायतों का भी है।

भोपाल जिले की 4 ग्राम पंचायतों के 13 गांवों में इसकी शुरुआत हुई है। इन पंचायतों के ग्रामीणों ने फैसला किया है कि कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने वालों के परिवारों का बायकॉट किया जाएगा। लोगों को समाज में शामिल नहीं किया जाएगा। भोपाल से लगे रातीबड़, सिकंदराबाद, मुंडला और सरवर ग्राम पंचायतों द्वारा यह पहल की गई है। लोगों को जागरूक करने के लिए यह पहल हो रही है।

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दरअसल ग्रामीणों में वैक्सीन को लेकर भ्रांतियां है कि इसे लगवाने के बाद मौत हो जाती है, बच्चे पैदा नहीं होंगे, जैसी लकवा मार जाएगा जैसी कई शंकाएं हैं, जिसकी व वजह से लोग वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं। अब पंचायतों के हुक्का पानी बंद करने के फरमान से उम्मीद की जा रह है कि ग्रामीण समझाइश के बाद टीका लगवाने जाएंगे। वहीं कुछ जगहों पर पीले चावल बांटकर भी टीका लगवाने का न्यौता दिया गया था। लोगों से अपील की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा लोग कोरोना वैक्सीन लगवाएं और महामारी से सुरक्षित हों।उम्मीद की जा रही है  कि हुक्का पानी बंद होने के डर की वजह से ही कम से कम लोग वैक्सीन लगवा लें।