राजगढ़। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिला अंतर्गत सारंगपुर तहसील से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जिले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत पड़ाना में 3780 बोगस यानी फर्जी नागरिक पाए गए हैं। ये लोग कागजों पर तो हैं, योजनाओं का लाभ ले रहे हैं, लेकिन सिर्फ इनका कोई अस्तित्व नहीं है। यानी ये कागजी नागरिक हैं। माना जा रहा है कि फर्जी समग्र आईडी के माध्यम से योजनाओं का लाभ लेने के लिए ऐसा किया गया है।
दरअसल, डेटा सुधारने के लिए की गई समग्र आईडी और आधार लिंक EKYC कराई जा रही है। जनपद सीईओ प्रमोदकुमार सिंह ने बताया कि EKYC की समीक्षा में पाया गया कि ग्राम पंचायत पड़ाना में समग्र पोर्टल पर 10910 व्यक्तियों की समग्र आईडी बनी हुई है। जबकि 03/10/2024 तक 5665 नागरिकों ने EKYC कराई है। शेष 5245 लोग EKYC कराने ही नहीं पहुंचे।
जांच में पाया गया कि पड़ाना गांव में महिला बाल विकास विभाग की ओर से संचालित 10 आंगनवाड़ी केंद्रों पर दर्ज कुल जनसंख्या 7130 है। कुल जनसंख्या के अनुसार भी समग्र आईडी संख्या और जनसंख्या में 3780 का अंतर एक बड़ा अंतर है। ऐसे में इन 3780 समग्र आईडी को बोगस आईडी माना जा रहा है।
बताया जा रहा है कि शासकीय योजनाओं का लाभ लेने के लिए पड़ाना ग्राम पंचायत ने बोगस समग्र आईडी बना दी। जिनसे राशन सहित अन्य योजनाओं का लाभ लिया जा रहा है। मामले में सभी समग्र आईडी के सत्यापन के लिए पड़ाना गांव के दस वार्ड में एक-एक जनपद अधिकारी और एक-एक रोजगार सहायक को 5 अक्टूबर से 8 अक्टूबर के बीच तीन दिन में दोबारा EKYC सत्यापन के निर्देश दिए गए हैं।