काठमांडू। नेपाल में Gen-Z का प्रदर्शन को हिंसा के बाद गुरुवार को हालात थोड़ी कंट्रोल में हैं। आर्मी ने एहतियातन राजधानी और उससे सटे इलाकों में तीसरे दिन कर्फ्यू लगा रखा है। नेपाल में हिंसा और आगजनी के बीच हजारों भारतीय वहां फंसे हुए हैं। इनमें श्योपुर जिले के चार युवक और उनका दिल्ली निवासी एक दोस्त भी शामिल है। ये सभी काठमांडू में फंसे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर भारत सरकार और भारतीय दूतावास से मदद की गुहार लगाई है।

जानकारी के अनुसार श्योपुर के शाहरुख खान, हर्ष दंडोतिया, अनूप दंडोतिया और विक्की निर्मल 3 सितंबर को दिल्ली के दोस्त राहुल राजपूत के साथ कार से नेपाल घूमने गए थे। वे 9 सितंबर को भारत वापस आने वाले थे, लेकिन नेपाल में हालात बिगड़ने से उनका बाहर निकलना ही मुश्किल हो गया है।

युवकों ने वीडियो में कहा है कि हम काठमांडू में फंसे हुए हैं। तीन दिन हो गए हैं। मैंने पहले भी वीडियो डाली थी। अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। हमने एसपी से बात की थी। अभी तक कोई जवाब नहीं मिला। समझ में नहीं आ रहा, क्या करें? हम कैसे निकलें? हर जगह कर्फ्यू लगा है। अभी तक किसी का कोई रिस्पॉन्स नहीं है। इस वीडियो को आगे तक पहुंचाएं। हमारे घर वाले भी बहुत परेशान हो रहे हैं। जितना जल्दी हो सके, हमें यहां से सुरक्षित घर पहुंचाएं।

श्योपुर के भाजपा जिलाध्यक्ष शशांक भूषण ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को इस बारे में अवगत कराया। इसके बाद तोमर ने केन्द्रीय विदेश मंत्री जयशंकर प्रसाद को पत्र लिखकर युवाओं को सुरक्षित वापस लाने के लिए पत्र लिखा है। विधानसभा अध्यक्ष ने आश्वासन दिया है कि जल्द सभी युवा घर वापस आएंगे।

बता दें कि इसी तरह छतरपुर जिले के भी चार परिवार काठमांडू में फंसे हुए हैं। इन परिवारों में बच्चों सहित कुल 14 लोग हैं, जो सुरक्षित वतन वापसी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगा चुके हैं। छतरपुर के गल्ला मंडी निवासी व्यापारी पप्पू मातेले, ट्रांसपोर्ट कारोबारी निर्देश अग्रवाल, गुड्डू अग्रवाल और एक कुशवाहा परिवार नेपाल घूमने गए थे। ये सभी लोग इस समय काठमांडू के एक होटल में फंसे हुए हैं।