भोपाल। अमेरिकी दबाव में पाकिस्तान के साथ सीजफायर के फैसले पर केंद्र की मोदी सरकार चौतरफा घिरी हुई है। देशवासियों में सीजफायर के तरीके और टाइमिंग को लेकर असंतोष को देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार अब प्रचार प्रसार में जुट गई है। केंद्र सरकार द्वारा अब रेलवे टिकटों पर ऑपरेशन सिंदूर का विज्ञापन चलाया जा रहा है। इसे लेकर कांग्रेस ने केंद्र पर सेना के शौर्य का राजनीतिक उपयोग करने के आरोप लगाए हैं।

पूर्व सीएम कमलनाथ के मीडिया एडवाइजर पीयूष बबेले ने सोशल मीडिया पर रेलवे टिकट शेयर किया है। जिसमें ऑपरेशन सिंदूर का विज्ञापन देखा जा सकता है। इसके साथ ही लिखा है कि, 'ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में एक नई लकीर खींच दी है। एक नया पैमाना, न्यू नॉर्मल तय कर दिया है। टिकट के नीचे छोटे अक्षरों में लिखा- पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन 12 मई 2025।'

इसपर पीयूष बबेले ने कहा कि मोदी सरकार किस क़दर विज्ञापनजीवी है इसका उदाहरण देखिए कि रेलवे टिकट पर ऑपरेशन सिंदूर को मोदी के विज्ञापन के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। ये सेना के पराक्रम को भी प्रोडक्ट की तरह बेच रहे हैं। इनसे देशभक्ति नहीं सौदेबाज़ी ही हो सकती है।

बबेले ने कहा कि जब से भारत की सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पाकिस्तान के दांत खट्टे किए हैं, तब से भाजपा की कोशिश यही है कि सेना के पराक्रम और वीर सैनिकों की बहादुरी को चुनावी राजनीति के लिए कैसे भुनाया जाए। भारत में हमेशा से एक स्वस्थ परंपरा रही है कि सेना को राजनीतिक बहस से दूर रखा जाता है। लेकिन भाजपा इस परंपरा को तोड़ते हुए सेना के अभियान को भी प्रचार सामग्री बना रही है।

पीयूष बबेले ने आगे कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा पहले भी अनर्गल बयान दिए गए। किसी ने मंत्री रहते हुए तो किसी ने सांसद और विधायक रहते हुए गैर जिम्मेदाराना टिप्पणी की। यहां तक कि विदेश मंत्री तक ने ऐसा बयान दिया है जो शोभा नहीं देता, लेकिन अब तो एक कदम आगे बढ़कर भाजपा और केंद्र सरकार ने रेलवे को भी इस राजनीतिक अभियान में शामिल कर लिया है।भाजपा आगामी बिहार चुनाव को देखते हुए सेना के शौर्य का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए कर रही है, यह गलत है।