भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में एससी, एसटी पर होने वाले अत्यारों के मद्देनजर प्रदेश के 23 जिलों में से 88 संवेदनशील इलाकें चिन्हित कर दिए हैं। शासने ने इन इलाकों को “हाई पॉसिबिलिटी ऑफ एट्रिसिटी क्राइम एरिया” घोषित किया है। पुलिस की अजाख शाखा की सिफारिश पर गृह विभाग ने यह अधिसूचना जारी की। 

इनमें हैरानी की बात है कि 88 संवेदनशील इलाकों की लिस्ट में 54 शहरी क्षेत्र है, जबकि 14 गांव शामिल किए गए हैं। जिससे तस्वीरें साफ है कि शहरी क्षेत्रों में अत्याचार के मामले ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। यहां के 16 शहरी इलाकों को एट्रोसिटी हॉट स्पॉट एरिया में रखा गया है। इनमें सबसे ज्यादा ग्वालियर-चंबल संभाग के 47 संवेदनशील इलाके शामिल हैं। यहां एससी, एसटी में सबसे ज्यादा अत्याचार किए गए हैं। जबकि भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के 10 क्षेत्र है। 

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इसके अलावा अन्य संवेदनशील इलाकों में ग्वालियर-चंबल संभाग, इन्दौर-उज्जैन संभाग सहित भोपाल-नर्मदापुरम संभाग शामिल हैं। बता दें गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए एट्रोसिटी के 10 से अधिक मामले सामने आएं तो वे एट्रोसिटी के हॉटस्पॉट के रूप में माने जाएंगे। 

इस पर आजाक शाखा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आशुतोष राय ने कहा कि हाई पॉसिबिलिटि का एट्रोसिटी क्राइम जिन एरिया को घोषित किया गया है, वहां 10 से अधिक मामले सामने आएं हैं।