शहडोल। बीजेपी के जैतपुर मंडल अध्यक्ष विजय त्रिपाठी पर रेप का आरोप लगने के बाद उसे पार्टी से निकाल दिया गया है। त्रिपाठी पर शहडोल में 20 साल की युवती को अगवा करके दो दिन तक नशीली दवाएं देकर दुष्कर्म करने का संगीन आरोप लगा है। इस मामले के सामने आने और कांग्रेस की तरफ से इसे बड़ा मुद्दा बनाए जाने के बाद शहडोल के बीजेपी ज़िला अध्यक्ष ने विजय त्रिपाठी को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निकालने का आदेश जारी किया। विजय त्रिपाठी बीजेपी के शहडोल जिले के तहत आने वाले जैतपुर मंडल का अध्यक्ष था। 

बीजेपी ज़िला अध्यक्ष कमल प्रताप सिंह की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है, "मीडिया द्वारा यह मामला पार्टी के संज्ञान में आया है कि मंडल अध्यक्ष जैतपुर विजय त्रिपाठी के ऊपर जैतपुर थाने में दुष्कर्म के आरोप में मामला पंजीबद्ध किया गया है। पार्टी में जघन्य अपराध में शामिल होने वाले और ऐसा आचरण करने वाले कार्यकर्ताओं का कोई स्थान नहीं है। बीजेपी ऐसे आचरण और जघन्य अपराध की निंदा करती है। अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए विजय त्रिपाठी को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और पद से निष्कासित किया जाता है।" 

दरअसल शहडोल के जैतपुर थाने में एक बीस वर्षीय युवती से दुष्कर्म किए जाने के मामले में चार लोगों का नाम सामने आया है। युवती को इंजेक्शन देकर और जबरन शराब पिलाकर दो दिन तक उसके साथ दुष्कर्म किया गया। इस मामले में बीजेपी मंडल अध्यक्ष समेत कुल चार लोगों का नाम सामने आया है। विजय त्रिपाठी के अलावा शिक्षक राजेंद्र शुक्ला, मुन्ना सिंह और मोनू महाराज के खिलाफ पुलिस ने धारा 376, 342 और 34 के तहत मामला दर्ज किया है। शहडोल एसपी अवधेश गोस्वामी के मुताबिक युवती के साथ शिक्षक राजेंद्र शुक्ला ने बलात्कार किया। जबकि मंडल अध्यक्ष समेत तीन लोग वहां बैठकर शराब पी रहे थे।

दुष्कर्म की पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वो 18 फरवरी की शाम करीब 7:30 बजे घर के बाहर टहलने निकली थी। उसी समय एक कार आई। उसमें से कुछ लोग उतरे और उसका मुंह दबाकर जबरन कार में बैठा लिया। उसके बाद ये लोग युवती को जैतपुर से करीब 8 किलोमीटर दूर गाड़ाघाट के एक फॉर्म हाउस में ले गए। युवती के मुताबिक़ वहाँ पहले तो उसे नशे का इंजेक्शन दिया गया, फिर शराब पिलाई गई। फिर चार लोगों ने ज्यादती की। युवती ने बताया है कि 20 फरवरी को जब उसकी तबीयत ज़्यादा बिगड़ने लगी तो रात के करीब 9:30 बजे बेहोशी की हालत में वे उसे घर के सामने छोड़कर चले गए। युवती के कराहने की आवाज सुनकर परिजन बाहर निकले और उसे उठाकर घर ले गए।