भोपाल। मध्य प्रदेश के सतना जिले की मैहर विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी ने अलग विंध्य प्रदेश बनाने की मांग तेज कर दी है। त्रिपाठी ने इसके लिए स्थानीय नेताओं से बातचीत भी शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि त्रिपाठी अपनी मांग को लेकर बड़ा आंदोलन भी खड़े करने वाले हैं। इसी बीच अब जानकारी मिली है कि बीजेपी हाईकमान उनकी इस मांग से नाराज़ है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने त्रिपाठी को तलब कर उनकी क्लास भी लगाई है।

विन्ध्य प्रदेश की मांग के समर्थन में लगातार किए जा रहे कार्यक्रमों से बीजेपी असहज स्थिति में आ गई है। शनिवार को मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने त्रिपाठी से बंद कमरे में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने त्रिपाठी से सवाल जवाब किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक त्रिपाठी की इस मांग से आरएसएस भी नाराज़ है। इसके बावज़ूद नारायण त्रिपाठी अपनी मांग पर कायम हैं। उनका कहना है कि जब तक विंध्य प्रदेश बनाने का मुकाम हासिल नहीं होता वे नहीं रुकेंगे। 

त्रिपाठी ने कहा, 'किसी को दृगभ्रमित होने की जरूरत नहीं है। मेरी मुलाकात प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा से हुई है। वे हम सब के मुखिया हैं और उनके आदेश सर्वमान्य होंगे। रही बात विन्ध्य की लड़ाई की तो यह तबतक अनवरत जारी रहेगी जबतक मुकाम हासिल नहीं होता। जो भी त्याग बलिदान विंध्य प्रदेश को बनाने में करना पड़ेगा उसके लिए मैं तैयार हूं। मेरा सबकुछ विंध्य को समर्पित है।' त्रिपाठी के इस बयान के बाद स्पष्ट है कि वह फिलहाल मामले पर चुप नहीं रहेंगे।

बड़ी आंदोलन की तैयारी

सूत्रों के मुताबिक नारायण त्रिपाठी अपनी मांग को लेकर बड़ी आंदोलन करने की तैयारी में जुट गए हैं। वह विंध्य से लेकर भोपाल तक आंदोलन करने वाले हैं। उन्होंने विंध्य के सभी जिलों में सभाएं और संवाद का कार्यक्रम तय कर लिया है। बताया जा रहा है कि वे विंध्य के सभी 7 जिलों का दौरा करेंगे और उसके बाद भोपाल में आंदोलन करेंगे। उन्होंने पार्टी से अनुमति लिए बगैर 15 जनवरी को अपने निवास पर क्षेत्रीय नेताओं के साथ बैठक कर विंध्य प्रदेश के गठन के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है। नारायण त्रिपाठी अलग विंध्य प्रदेश के लिए खत के जरिए भी समर्थन मांग रहे हैं। उन्होंने विंध्य क्षेत्र की सभी लोकसभा सीटों के सांसदों को भी खत लिखा है और समर्थन मांगा है।

अटल जी भी इस मांग के पक्षधर थे : त्रिपाठी

त्रिपाठी ने यह भी कहा है कि पूर्व पीएम दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी ने भी देश की विकास के लिए छोटे-छोटे राज्यों की मांग का समर्थन किया था और वह इस बात के पक्षधर थे कि विंध्य क्षेत्र का अलग राज्य बनाया जाए। गौरतलब है कि त्रिपाठी अपने बयानों और पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोपों की वजह से कई बार सुर्खियों में रहते हैं। इसके पहले उन्होंने मैहर को जिला बनाने की मांग पर कमलनाथ सरकार के पक्ष में वोटिंग की थी।