देवास। जिले के नेमावर में प्रेम प्रंसग के चलते प्रेमिका की हत्या का मामला सामने आय़ा है। अपना अपराध छिपाने के लिए आरोपी ने प्रेमिका की मां समेत चार लोगों को रॉड से पीटा और गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। जब उसका दिल इतने में भी नहीं भरा तो उसने चारों को अपने ही खेत पर जेसीबी की मदद से 10-12 फीट गहरे गड्ढा खोदकर उसमें दफना दिया। शातिर आरोपी ने सभी शवों पर यूरिया खाद और नमक उड़ेल दिया ताकि शव जल्द से जल्द गल जाएं। और उनकी पहचान ना हो सके। युवती रूपाली उसकी मां समेत 5 लोग 13 मई से लापता थे। कई दिनों तक खबर नहीं मिलने पर रुपाली की बड़ी बहन औऱ भाई जो नेमावर से बाहर थे वे लौटे और थाने में पांचों के लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने करीब डेढ़ महीने बाद अब इस मामले का खुलासा किया है। 

पुलिस ने इस जघन्य हत्याकांड के सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस से मिली जानकारी सुरेंद्र नाम के युवक से रूपाली का अफेयर चल रहा था। इस बीच रुपाली उससे शादी के लिए दबाव बनाती रही, लेकिन सुरेंद्र उसे टालता रहा। रूपाली आदिवासी समाज से थी, उसका प्रेमी सुरेंद्र राजपूत किसी और लड़की से शादी करने वाला था। रूपाली को यह रास नहीं आ रहा था। वह सुरेंद्र से शादी करना चाहती थी, उसने सोशल मीडिया पर सुरेंद्र की मंगेतर के फोटो वायरल कर दिए थे, और उसे लेकर कुछ पोस्ट भी डाली। सुरेंद्र को यह बात नागवार गुजरी, तब उसने रुपाली को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। उसने पूरी प्लानिंग के साथ अपने साथियों के साथ मिलकर इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया।

देवास SP शिवदयाल सिंह से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी सुरेंद्र ने रुपाली और उसकी मां ममता बाई को शादी की बात करने के लिए बुलाया, और उनकी हत्या कर दी। 45 वर्षीय मां ममता बाई, 22 वर्षीय रूपाली के बाद उसने 14 साल की दिव्या, 15 वर्षीय पूजा और 14 साल के पवन को भी खेत पर बुलाकर मार डाला।

मामले की जांच में जुटी पुलिस को 47 दिन बाद सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में आरोपियों ने पांचों की हत्या करना स्वीकार कर लिया है। आरोपियों की निशानदेही पर खेत से शवों को निकाल लिया गया है। तीनों युवतियों रूपाली, दिव्या और पूजा के शव निर्वस्त्र मिले हैं। इनके साथ रेप की आशंका भी जताई जा रही है। नेमावर पुलिस ने इस जघन्य हत्याकांड के मुख्य आरोपी सुरेंद्र राजपूत और उसके भाई भुरू उर्फ वीरेंद्र, दोस्त राकेश निमोरे समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है।

सुरेंद्र के कहने पर राकेश निमोरे रूपाली का मोबाइल उपयोग कर रहा था, वह पुलिस को चकमा देने के लिए फोन लेकर खंडवा चला गया था। वह फोन पर स्टेटस अपडेट करता रहता था, मैसेज के माध्यम से लोगों से बात करता रहता था ताकि किसी को शक ना हो की रूपाली की मौत हो चुकी है। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने राकेश निमोरे को खंडवा से गिरफ्तार किया है। 

इस मामले को सुलझाने के लिए देवास पुलिस ने कई टीमें बनाईं। पुलिस ने रुपाली के फोन की लास्ट लोकेशन और कॉल डीटेल के आधार पर आरोपी सुरेंद्र राजपूत को पकड़ा और उससे पूछताझ की। जिसके बाद आरोपी सुरेंद्र ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। उसकी निशानदेही पर इस जघन्य हत्याकांड के  सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इलाके में पांच लोगों की हत्या और दफना देने की घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी है। रूपाली आदिवासी समाज से थी, उसकी और उसके परिवार की हत्या से आदिवासी समाज में रोष है। इस मामले में न्याय की मांग की जा रही है।