अशोकनगर। विधानसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस सभी मोर्चों पर शिवराज सरकार की विफलता उजागर कर रही है। शुक्रवार को मध्य प्रदेश कांग्रेस के दोनों पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह अशोकनगर पहुंचे। यहां उन्होंने भव्य संविधान बचाओ सभा को संबोधित किया। इससे पहले मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने टिकट बंटवारे को लेकर कहा कि AICC सर्वे के हिसाब से टिकट बांटे जाएंगे।

कमलनाथ ने अशोकनगर में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, 'आज मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार का क्या रिकॉर्ड है। घोटाले का क्या रिकॉर्ड है। ये घोटालों की सरकार है, भ्रष्टाचार की सरकार है और झूठों की सरकार है। आम जनता ने यह बात समझ ली है। आज मध्य प्रदेश का हर वर्ग परेशान है हमारे नौजवान, किसान, छोटे व्यापारी सभी परेशान हैं। आज हालात ये है कि अस्पतालों में डॉक्टर नहीं, स्कूल में शिक्षक नहीं, खंभों में कहीं तार नहीं और तार में बिजली नहीं। अशोकनगर जो खेती के लिए प्रसिद्ध जिला है, यहां 30% सूखा पड़ा है लेकिन कोई सर्वे नहीं, कोई मुआवजा नहीं मिला।'

शिक्षा के निजीकरण से जुड़े सवाल पर पूर्व सीएम ने कहा कि ये तो पूरे देश में निजीकरण कर रहे हैं। आपने देखा किस तरह से यह पूरे देश का निजीकरण कर रहे हैं। जो इतनी सारी हमारी इमारतें बनी थीं, इतनी सारी संस्थाएं बनी थीं, उनका भी निजीकरण कर रहे हैं। स्कूल तो बहुत छोटी सी बात है। पर स्कूलों की शिक्षा प्राथमिकता में है। अगर शिक्षा सही ना हो हमने देखा पटवारी घोटाले में ज़ब पास हुए कुछ लोगों से प्रश्न पूछा गया तो वो जवाब नहीं दे पाए क्योंकि पैसे दो और नौकरी लो हुआ है। हम निजीकरण के  पक्ष में नहीं है।'

टिकट बंटवारे में स्थानीय लोगों को तरजीह देने संबंधी सवाल के जवाब में कमलनाथ ने कहा कि, 'कोई पैराशूट उम्मीदवार नहीं होगा। जो कांग्रेस में भी आ रहे हैं दूसरी पार्टियों से पूरे प्रदेश में जबतक स्थानीय संगठन हमारा स्वीकार नहीं करता है तब तक कोई भी नहीं आता है। अभी जिन्होंने ज्वाइन किया आपने देखा होगा मंच पर हमारा स्थानीय संगठन भी बैठा था। हमारे स्थानीय संगठन को सबसे पहले उन्हें स्वीकार करना है। और टिकट कोई पैराशूट से नहीं, टिकट के लिए हमने सर्वे कराया है, AICC ने सर्वे कराया है उसी हिसाब से टिकट वितरण होंगे।'

प्रदेश पर लगातार बढ़ रहे कर्ज को लेकर एक सवाल के जवान में कमलनाथ ने कहा कि पिछले 4-5 महीना में शिवराज सिंह की घोषणा की मशीन डबल स्पीड से चल रही है। इनकी झूठ की मशीन भी डबल स्पीड चल रही है। 18 साल बाद इन्हें बहनें याद आई, 18 साल बाद इन्हें कर्मचारी याद आए, 18 साल बाद इन्हें नौजवान याद आए। आज मध्य प्रदेश पर 3लाख 30 करोड़ रुपए का कर्ज है। मैं तो पूछता हूं कि इस कर्ज का क्या उपयोग किया। यह प्रश्न आपको भी पूछना चाहिए। इन्होंने बड़े-बड़े ठेके दिए। एडवांस लेकर अपनी कमीशन निकाली। 3 लाख 30 करोड़ का जो कर्जा लिया है क्या इससे हमारे आउटसोर्स कर्मचारियों को फायदा हुआ? क्या हमारी आशा बहनों का फायदा हुआ?'