नई दिल्ली। पाकिस्तान से तनाव के बीच विदेश मंत्रालय ने गुरुवार शाम 5.30 बजे लगातार दूसरे दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें बुधवार की तरह विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह मौजूद रहीं। इस दौरान विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने आतंकियों के जनाजे में पाकिस्तानी सेना के शामिल होने पर बात की।

विक्रम मिसरी ने तस्वीर दिखाते हुए कहा कि बड़ी अजीब बात है कि पाकिस्तान के राष्ट्रीय ध्वज से लिपटे ताबूतों में अंतिम संस्कार किए जा रहे हैं और राजकीय सम्मान दिया जा रहा है। आतंकवादियों का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करना शायद पाकिस्तान में एक प्रथा है। उन्होंने जनाजों की तस्वीर दिखाते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान आरोप लगाता है कि इस तरह पाकिस्तान क्या संदेश दे रहा है क्योंकि तस्वीर में एक खूंखार आतंकी सबसे आगे खड़ा दिख रहा है और उसके पीछे पाकिस्तानी आर्मी के अधिकारी खड़े हैं।

मिसरी ने कहा कि भारत का रिस्पॉन्स पूरी तरह से संयमित है। हम मामले को बढ़ाना नहीं चाहते हैं। सारे टारगेट बहुत चुनिंदा तरीके से हिट किए गए हैं। यदि पाकिस्तान की ओर से और हमले किए जाते हैं तो हम माकूल जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ये भी दावा कर रहा है कि भारत ने जानबूझकर धार्मिक संस्थानों पर हमले किए, लेकिन ये पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जहां से भारत में क्रॉस बॉर्डर आतंकी गतिविधियां करवाई जाती हैं। विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान धार्मिक संस्थानों का इस्तेमाल खूंखार और प्रशिक्षित आतंकियों को पनाह देने के लिए करता है, ताकि उन्हें कवर किया जा सके।

विदेश सचिव ने आगे कहा कि पाकिस्तान किसी भी इन्वॉल्वमेंट से पल्ला झाड़ना चाह रहा है। पाकिस्तान के मंत्री कह रहे हैं कि वहां कोई आतंकी नहीं है। पाकिस्तान को ग्लोबल टेररिज्म का एपी सेंटर माना जाता है। इस बात के सबूत हैं दुनियाभर की एजेंसियों और सरकारों के पास हैं। दुनियाभर के आतंकी हमलों में पाकिस्तानी आतंकवादियों का हाथ है। वह भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए जिम्मेदार हैं। आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को उनके यहां शहीद कहा गया। साजिद मीर के मरने की खबर थी, बाद में उसके जिंदा बताया गया। पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री और पूर्व विदेश मंत्री ने इस बात को माना है कि पाकिस्तान का आतंकवादी संगठनों से संबंध है।