खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा में सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करना एक बुजुर्ग महिला को भारी पड़ गया। सीएम हेल्पलाइन पर की गई शिकायत को वापस न लेने के चलते स्थानीय प्रशासन ने बुजुर्ग महिला की नाति को जेल भेज दिया। हालांकि दिन भर जेल में कैद रखे जाने के बाद शाम को महिला की नाति को छोड़ दिया गया। 

यह मामला खंडवा ज़िला मुख्यालय स्थित नायब तहसीलदार कार्यालय का है। शुक्रवार को गीतबाई नामक 70 वर्षीय महिला अपने नाति शुभम राजपूत के साथ नायब तहसीलदार माला राय के कोर्ट में पेश हुई थी। इस दौरान तहसीलदार ने कथित तौर पर महिला को सीएम हेल्पलाइन में अपनी शिकायत को वापस लेने के लिए कहा। लेकिन महिला और शुभम ने इस शिकायत को वापस लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि बिना आधार कार्ड को अपडेट करवाए वे अपनी शिकायत वापस नहीं लेंगे जिसके बाद तहसीलदार ने पुलिस को बुलाकर शुभम को जेल भेज दिया। 

नाति के जेल जाने के बाद महिला तहसीलदार कार्यालय में ही बैठी रही। जबकि शुभम को पुलिस को खंडवा जेल ले गई। शाम करीब सात बजे पुलिस ने महिला की नाति को छोड़ दिया। इस मामले में नायब तहसीलदार का कहना है कि शुभम उनके कार्यालय में शोर मचाते हुए विवाद करने लगा था, जिसके बाद उसे पुलिस के हवाले किया गया। 

गीताबाई के पति की मौत काफ़ी पहले हो चुकी है। रोहणी निवासी महिला को पेंशन के साथ साथ मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना की राशि भी मिला करती थी। हालांकि उसे इस योजन के तहत दो बार ही राशि मिली और यह राशि उसके खाते में पहुंचना बंद हो गई। 

इसकी शिकायत जब महिला ने स्थानीय सरपंच और पटवारी से की तब उन्होंने महिला को आधार कार्ड सुधरवाने की हिदायत दी। लेकिन आधार कार्ड पर महिला के अंगूठे के निशान मेल नहीं खाए जिसके बाद महिला बारंबार केंद्र की ठोकरें खाने पर मजबूर हो गई। महिला ने इसी मामले की शिकायत सीएम हेल्पलाइन 181 पर की थी।