भोपाल। मध्य प्रदेश में पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के स्वागत को लेकर सियासी बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। धनखड़ जब भोपाल पहुंचे तो एयरपोर्ट पर कोई मंत्री अथवा भाजपा नेता मौजूद नहीं था। इसे वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व उपराष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद पर रहे व्यक्ति का स्वागत करने खुद CM को पहुंचना चाहिए था। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए हुए धनखड़ के प्रति सहानुभूति जताई है।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक एक्स पोस्ट में लिखा, 'पूर्व उपराष्ट्रपति महामहिम जगदीप धनखड़ जी का भोपाल आगमन पर स्वागत है साथ ही ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि संसद के उच्च सदन में BJP और RSS के लिए एकतरफ़ा लड़ाई लड़ने वाले जगदीप धनखड़ जी को भोपाल विमान तल पर कोई भी सरकार का मंत्री रिसीव करने नहीं आया। एक तरह से ये VIP प्रोटोकॉल का खुला उल्लंघन है। कायदे से मुख्यमंत्री को उन्हें रिसीव करना चाहिए था, जबकि धनखड़ जी आरएसएस के कार्यक्रम में शिरकत करने आए हैं।

सिंह ने आगे लिखा, 'बात वही है भाजपा के नेताओं की एक ही रीति है use and throw. यानि इस्तेमाल करो और कूड़े दान में डाल दो फिर चाहे वो आरएसएस का ही फॉलोअर क्यों ना हो। सवाल ये है कि भाजपा ने जिन्हें उपराष्ट्रपति जैसे गरिमामय पद पर बैठाया वह व्यक्ति मामूली तो नहीं हो सकता और यदि धनखड़ जी उस पद के योग्य नहीं थे तो उन्हें क्यों उपराष्ट्रपति बनाया गया।'

सिंह ने ये भी कहा कि मैंने पूर्व उपराष्ट्रपति जी का कुशलक्षेम जानने के लिए उनसे मिलने का समय माँगा था, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया। उन्होंने कहा कि फिलहाल मेरी सहानुभूति जगदीप धनखड़ जी के साथ है क्योंकि वे बड़े किसान नेता हैं और राज्यसभा में हमारे माननीय सभापति थे।

बता दें कि पूर्व उपराष्ट्रपति धनखड़ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य मनमोहन वैद्य की किताब "हम और यह विश्व" का विमोचन कार्यक्रम में शामिल होने भोपाल पहुंचे हैं। 21 जुलाई को उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद धनखड़ लंबे समय तक सार्वजनिक कार्यक्रमों में नहीं दिखाई दिए। 12 सितंबर को नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन के शपथ ग्रहण समारोह में उनकी उपस्थिति रही थी। अब ठीक चार महीने बाद वे मंच पर अपने पहले सार्वजनिक संबोधन के लिए उपस्थित होंगे।