भोपाल। कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में संगठनात्मक मजबूती के लिए कमर कस ली है। पार्टी द्वारा प्रदेश में संगठन सृजन अभियान की शुरुआत की गई है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संगठनात्मक पुनर्गठन की दिशा में बड़ा निर्णय लिया है। AICC ने MP में संगठन सृजन अभियान के लिए 50 ऑब्जर्वर नियुक्त किए हैं। इससे बाद जल्द ही जिला कांग्रेस अध्यक्षों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो सकेगा।

रिपोर्ट्स के अनुसार, गुजरात मॉडल की तर्ज पर एमपी में भी ये प्रयोग कांग्रेस करने जा रही है। कांग्रेस इस अभियान के माध्यम से पार्टी की जड़ों को गांव-गांव तक मजबूत करना, कार्यकर्ताओं को सक्रिय भूमिका में लाना, और संगठनात्मक ढांचे को नए नेतृत्व के साथ सशक्त बनाने पर जोर दे रही है।

AICC के एक आब्जर्वर के साथ पीसीसी से तीन ऑब्जर्वर नियुक्त किए जाएंगे। पायलट प्रोजेक्ट के तहत गुजरात के बाद मध्य प्रदेश और हरियाणा में संगठन में इस तरह से बदलाव होगा। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने X पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का आभार जताया है।

पटवारी ने कहा, 'राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की कार्य योजना को मूर्त रूप देते हुए मप्र में संगठन सृजन अभियान के तहत जिला अध्यक्षों की नियुक्तियों हेतु ऑब्जर्वर्स मनोनीत किए गए हैं। सुदृढ़ संगठन के लिए राहुल जी की यह ऐतिहासिक पहल कांग्रेस के विचार और संस्कार को नया विस्तार देगी। पार्टी की रीति-नीति को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हम सभी भी प्राण-प्रण से निर्णायक प्रयास करेंगे।'

संगठन महामंत्री डॉ. संजय कामले ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि AICC के पर्यवेक्षक प्रदेश के सभी जिलों में जाकर संगठनात्मक स्थिति का गहराई से मूल्यांकन करेंगे, स्थानीय कार्यकर्ताओं, ब्लॉक एवं जिला स्तरीय नेताओं से संवाद करेंगे और निष्पक्षता व क्षमता के आधार पर नए जिला अध्यक्षों की सिफारिश करेंगे।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आगामी कुछ दिनों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) के पर्यवेक्षकों की नियुक्ति भी की जाएगी, जो AICC पर्यवेक्षकों के साथ समन्वय बनाकर इस प्रक्रिया को पारदर्शी, प्रभावी और समयबद्ध रूप से पूर्ण करेंगे।