भोपाल। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में चार्जशीट दाखिल किया है। इस चार्जशीट में कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को भी आरोपी बनाया गया है। कांग्रेस इस कार्रवाई के खिलाफ मध्य प्रदेश सहित पूरे देश में प्रदर्शन कर रही है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ED दफ्तर के बारह जोरदार प्रदर्शन किया।

पीसीसी चीफ जीतू पटवारी पिंजरे में प्रतीकात्मक तोता लेकर ईडी के दफ्तर पहुंचे थे। कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने मेन गेट बंद कर दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स पर चढ़ने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों को ED ऑफिस तक नहीं जाने दिया तो कांग्रेस कार्यकर्ता तपती धूप में सड़क पर ही लेटकर नारेबाजी करने लगे। 

पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने सोनिया और राहुल गांधी को लेकर ईडी के एक्शन को अलोकतांत्रिक बताया। उन्होंने कहा कि जब-जब मोदी डरता हैं, ED को आगे करता है। राजनीतिक रंजिश के कारण भाजपा अब बदले की कार्रवाई पर उतर आई है। इसलिए, त्याग की प्रतिमूर्ति सोनिया गांधी और जननायक राहुल गांधी के खिलाफ ईडी ने चार्ज शीट दायर की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी न पहले डरे थे, न अब डरेंगे। कांग्रेसी पहले भी लड़े थे, अभी भी लड़ेंगे।

पटवारी ने आगे कहा कि ईडी की चार्जशीट बताती है कि नरेंद्र मोदी अघोषित तौर पर इमरजेंसी लागू करना चाहते हैं। जाँच एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष को बदनाम किया जा रहा है। मुझे इस बात का दुःख है कि लोकतंत्र बचेगा नहीं। बाबा साहब की जयंती पर डीजे बजाने पर मंत्री समर्थक दलित को गोलियों से भून देता है। सरकार के कान पर जूं नहीं रेंगती। यह सरकार दलित विरोधी है क्योकि भाजपा की मानसिकता ही दलित विरोधी है।

इससे पहले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने भाजपा और RSS पर जांच एजेंसियों के राजनीतिक दुरुपयोग करने के आरोप लगाए हैं। सिंह ने बयान जारी कर कहा कि देश में नेहरू गांधी परिवार एक ऐसा परिवार है जिसने 1930 से लेकर आज तक अपनी संपत्ति देश को ही सौंपी है। कभी खुद के लिए कोई स्वार्थ सिद्धि से कोई संपत्ति उन्होंने अपने लिए अर्जित नहीं की है, कोई भ्रष्टाचार का आरोप उन पर आज तक नहीं लगा है।

सिंह ने कहा कि ईडी, आईटी, सीबीआई कितना ही इसमें जांच कर लें, नेशनल हेराल्ड के केस में किसी भी खाते से चाहे पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर आज तक किसी भी नेहरू गांधी परिवार ने निजी तौर पर 1₹, एक पैसे का भी इसका उपयोग नहीं किया है। इसलिए जो कुछ आज किया गया है उसकी हम घोर निंदा करते हैं।