भोपाल। मध्य प्रदेश में अचानक मौसम की करवट ने किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है। प्रदेश में हुई ओलावृष्टि से 38 हजार से अधिक किसान इसकी चपेट में आ गए है। वहीं 33 हजार हेक्टेयर फसलें नष्ट हुई हैं। 



ओलावृष्टि के बाद शुरू किए गए सर्वे में प्रारंभिक तौर पर यह जानकारी सामने आई है कि प्रदेश के 20 जिलों की 51 तहसीलों में इस ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक 520 गांवों में 38,900 किसानों को नुकसान हुआ है। इस नुकसान में करीब 33,758 हेक्टयर की फसलों के नष्ट होने का अनुमान लगाया है। 



कांग्रेस पार्टी ने किसानों को मुआवजा देने में हो रही देरी को लेकर कांग्रेस पार्टी ने शिवराज सरकार को घेरा है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा है कि कमल नाथ की सरकार ने बिना सर्वे के किसानों को तत्काल मुआवजा देकर राहत प्रदान किया था आखिर आप किसानों की मदद के लिए आगे आएंगे? 





सोमवार को ही किसानों को मुआवजा देने में हो रही देरी पर मध्य प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस पार्टी ने विरोध किया। नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने इस मुद्दे को सदन में उठाया और इस मसले पर कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा का बॉयकॉट कर दिया। 



मध्य प्रदेश में हुई बेमौसम बारिश से फसलों का नुकसान तो हुई ही है। इसके साथ ही कई लोगों की बिजली गिरने से जान भी गई है। मध्य प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में आकाशीय बिजली गिरने के चलते 12 लोगों की मौत भी हुई है।