ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में रेत माफिया के हौसले बुलंद हैं। प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी रेत का अवैध खनन और परिवहन थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां के भितरवार इलाके में रेत ठेका कंपनी और अवैध रेत कारोबारियों में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि अवैध परिवहन करते खनन माफिया ने कर्मचारियों पर फायरिंग कर दी।

दरअसल भितरवार के सिंध नदी स्थित लुहारी खदान से रेत माफिया अवैध रेत परिवहन कर रहा था। जब ठेका कंपनी ने माफिया से रेत का रॉयल्टी मांगी तो उसने रॉयल्टी चुकाने से इनकार कर दिया। दोनों में विवाद हो गया। गाली-गलौज और मारपीट होने लगी। तभी रेत माफिया ने वहां दहशत फैलाने के मकसद से गोलियां चलाना शरूकर दी और ट्रेक्टर लेकर भाग खड़े हो गए। इसके बाद ठेका कंपनी के उड़नदस्ते ने बिलौआ-जंगीपुर टोल नाले पर उन्हें दबोच लिया।

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मामले के खबर मिलने पर पुलिस टोल नाका पहुंची और मामला शांत करवाया। लेकिन पुलिस ने रेत माफिया पर कोई कार्रवाई नहीं की है। जिससे पुलिस पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। रेत माफिया अपनी ट्रैक्टर-ट्रॉलियां लेकर भाग खड़े हुए। हैरानी की बात है कि पुलिस ने किसी पर कोई मामला दर्ज नहीं किया है। कार्रवाई का इंतजार है। बहरहाल खनन माफिया और ठेका कंपनी की मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

ग्वालियर-चंबल में माफिया बेलगाम है, उसे कानून का कोई डर नहीं है। पिछले सप्ताह यहां के घाटीगांव में वन विभाग के अमले पर माफिया ने हमला बोल दिया था। वन विभाग के अफ़सरों और जवानों ने किसी तरह अपनी जान बचाई थी।