ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक पुलिस कांस्टेबल को वाट्सएप ग्रुप में बीजेपी के खिलाफ टिप्पणी करना महंगा पड़ गया। बीजेपी पर अभद्र भाषा में भड़ास निकालने वाले हेड पुलिस कांस्टेबल को न सिर्फ सस्पेंड कर दिया गया है, बल्कि उसके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू हो गई है। वॉट्सऐप ग्रुप से भी उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।

जानकारी के मुताबिक ग्वालियर में पदस्थ पुलिसकर्मी धर्मेंद्र पाठक ने एक स्थानीय वॉट्सऐप ग्रुप में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को लेकर अमर्यादित टिप्पणी कर दी। जिसके बाद ग्रुप के सदस्यों ने टिप्पणी पर आपत्ति की। खास बात ये है कि अभद्र कमेंट जिस वॉट्सऐप ग्रुप में किया गया उस ग्रुप में खुद एसपी अमित सांघी भी जुड़े हुए थे। 

दरअसल, ग्रुप में कोरोना को लेकर एक न्यूज की क्लिप डाली गई थी। इस क्लिप में कहा गया था कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण कोरोना बढ़ रहा है। इस पर कांस्टेबल ने बीजेपी को अपशब्द कहते हुए लिख दिया कि कोई कोरोना नहीं है, अब चुनाव आ गए तो कोरोना कहां चला गया। लेकिन कोई बड़ा त्योहार या शादी हो, तो कोरोना वापस आ जाता है। एसपी अमित सांघी की नजर जब कांस्टेबल के मैसेज पर पड़ी तो उन्होंने तत्काल उसे सस्पेंड करते हुए विभागीय जांच बैठा दी।

मामले पर ग्वालियर एसपी अमित सांघी ने कहा कि इस तरह की हरकतों से पुलिस की छवि खराब होती है। यह कतई बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। जिस ग्रुप में धर्मेंद्र पाठक ने अपशब्द लिखे उसमें कई सामाजिक और वरिष्ठ लोग जुड़े हुए हैं।