नई दिल्ली। कोरोना महामारी की वजह मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की एक महिला जज का आज निधन हो गया। जस्टिस वंदना कसरेकर का इलाज दिल्ली के पास गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में चल रहा था। 60 साल की जस्टिस कसरेकर को तीन दिन पहले ही तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जस्टिस वंदना कसरेकर के निधन की खबर से हर कोई स्तब्ध है।



जानकारी के मुताबिक, जस्टिस वंदना कसरेकर काफी समय से किडनी संबंधी बीमारी से जूझ रही थी। गुरुवार को जब अचानक उनकी तबीयत खराब हुई तो उन्हें एयरलिफ्ट करके इलाज़ के लिए दिल्ली ले जाया गया। मेदांता अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया। जहां उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। शनिवार देर रात उनकी तबीयत ज्यादा खराब हुई और उनका निधन हो गया।



जस्टिस वंदना कसरेकर के निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्रद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री ने कहा, 'इंदौर उच्च न्यायालय में पदस्थ माननीय न्यायमूर्ति वंदना कसरेकर के निधन का दुःखद समाचार मिला है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और उनके परिजनों को इस वज्रपात को सहने की क्षमता दें। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।'





जस्टिस वंदना कसरेकर का जन्म 10 जुलाई, 1960 को हुआ था। उन्हें 25 अक्तूबर 2014 को इंदौरा हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्त किया गया था। बताया जा रहा है कि एक साल बाद न्यायमूर्ति वंदना कसरेकर रिटायर होने वाले थीं।