भोपाल। कमल नाथ ने इमरती देवी के बारे में दिए अपने बयान पर चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब दे दिया है। कमल नाथ ने चुनाव आयोग से कहा है कि उनके बयान का गलत अर्थ निकाला गया है। इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने बीजेपी पर हार के डर से चुनाव में मुद्दा भटकाने का आरोप भी लगाया है।  कमल नाथ ने आयोग से कहा है कि बीजेपी ने जानबूझकर उनके बयान का गलत मतलब निकाला ताकि चुनाव में मुद्दे को भटकाया जा सके।  



कमल नाथ ने आयोग को दिए जवाब में कहा कि उन्होंने अपने चालीस साल के निष्कलंक राजनीतिक जीवन में लोकसेवा की है। कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने कमल नाथ की तरफ से चुनाव आयोग को दिए गए जवाब की जानकारी देते हुए कहा कि 'कमलनाथ जी ने निर्धारित समय सीमा के भीतर आयोग के सामने अपना जवाब पेश किया। उन्होंने कहा कि कमलनाथ निश्चित रूप से देश के चुनिंदा और वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं।





ये सारा विवाद कमल नाथ की उस टिप्पणी पर शुरू हुआ जो उन्होंने रविवार को डबरा की सभा के दौरान बीजेपी प्रत्याशी इमरती देवी पर की थी। कमल नाथ के उस बयान पर निशाना साधते बीजेपी ने कमलनाथ को महिला विरोधी करार दे दिया। हालांकि कमल नाथ ने अगले ही दिन अपने बयान पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि उनके बयान का गलत अर्थ निकाला गया। खुद बीजेपी प्रत्याशी इमरती देवी ने भी कमल नाथ की मां और बहन के लिए उसी शब्द का इस्तेमाल किया, जिसे वो गलत बताकर कमलनाथ पर तीखे हमले कर रही हैं।