भोपाल। कानपुर एनकाउंटर का मुख्‍य आरोपी गैंगस्‍टर विकास दुबे तीन राज्‍यों की पुलिस को चकमा देते हुए हाई अलर्ट के बीच उज्‍जैन के महाकाल मंदिर तक पहुंच गया। वह जिस गाड़ी से उज्‍जैन आया वह यूपी के रजिस्ट्रेशन वाली है। UP 32 KS 1104 नंबर वाली इस गाड़ी की नंबर प्‍लेट पर हाई कोर्ट लिखा है। यह गाड़ी मनोज  यादव के नाम पर रजिस्टर्ड है।

खतरनाक अपराधी विकास दुबे के एमपी में पहुंचने के पीछे की कहानी की पड़ताल में कई राज उजागर हो रहे हैं। जिसे पकड़ने के लिए पुलिस रात दिन एक किए हुए है उसे महाकाल मंदिर में एक गार्ड ने पकड़ा है।

मीडिया में जारी खबरों के अनुसार महाकाल मंदिर में जिस एजेंसी को सुरक्षा का ठेका मिला है वह सुरक्षा एजेंसी भाजपा के राज्यसभा सदस्य आरके सिन्‍हा की है। उज्जैन के कलेक्टर ने मीडिया को जानकारी दी है कि महाकाल मंदिर की सुरक्षा में लगी निजी सुरक्षा एजेंसी एसआईएस के गार्ड ने विकास दुबे को पहचाना। उसकी सतर्कता की वजह से ही विकास पकड़ा गया है।कलेक्टर ने सुरक्षा एजेंसी की प्रशंसा भी की है।

 याद आया विकास यादव

यूपी के गैंगस्‍टर विकास दुबे के पकड़े जाने के UP के बाहुबली नेता DP यादव के बेटे विकास यादव की गिरफ्तारी याद हो आई है। विकास यादव बहुचर्चित नीतीश कटारा हत्याकांड में वांटेड था। UP पुलिस उसके पीछे लगी थी। वह भी 16 फरवरी 2002 को नाटकीय घटनाक्रम में ग्वालियर के डबरा थाना क्षेत्र में गिरफ्तार हुआ था। उसके पास तब 4 जिंदा कारतूस मिले थे।