जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में 10 साल के बच्चे की डंडे से पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्या के बाद शव को नर्मदा नदी में फेंक दिया गया। क्राइम ब्रांच की टीम को शव 5 दिन बाद मिला। हत्या  का आरोप एक नाबालिग पर लगा है। शक के आधार पर पुलिस ने नाबालिग आरोपी से पूछताछ की तो पुलिस के मुताबिक उसने जुर्म कबूल कर लिया है। 

ये दिल दहलाने वाला मामला जबलपुर के बेलखेड़ा थाना क्षेत्र के जुगपुरा गांव का है। पुलिस के मुताबिक आरोपी और मृतक की बहन एक साथ पढ़ते हैं। आरोपी मृतक की बहन से फोन पर बात करता था। मृतक दोनों की दोस्ती के बारे में जान गया था और यह बात माता-पिता को बताने की धमकी देकर आरोपी से पैसे और गेम खेलने के लिए मोबाइल की मांग करता था। बच्चे की इसी बात से तंग आकर आरोपी ने उसकी हत्या करने का इरादा बना लिया। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने बताया कि बच्चे की हत्या करने से एक दिन पहले उसने साउथ की एक फ़िल्म देखी थी, जिससे उसने हत्या का तरीका सीखा। 

पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि उसने बांस के डंडे से बच्चे के सिर पर वार किया था। बेहोश होने पर उसे नाव से ले जाकर नदी के बीच में फेंक दिया। आरोपी ने घटना को अंजाम देने के बाद ख़ुद को रस्सी से बांधा और मुंह में कपड़े ठूंस कर जुगपुरा घाट पर पड़ा रहा, ताकि किसी को शक न हो सके। लेकिन पुलिस ने शक के आधार पर कड़ी पूछताछ की तो आरोपी ने अपना जुर्म कबूल लिया।

मृतक बच्चा 5 मार्च की रात को गायब हुआ था। उसी दिन परिजनों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। 9 मार्च तक पुलिस घरवालों से पूछताछ करती रही, 10 मार्च को बेलखेड़ा पुलिस आरोपी को थाने ले आई। 11 मार्च से एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीम ने बच्चे की तलाश शुरू की थी। लगातार चार दिन तक टीम तलाश करती रही। घटना के 10 दिन बाद रविवार को बच्चे का शव घटनास्थल से 25 किलोमीटर दूर नरसिंहपुर जिले के टैमी थाना के मुराच घाट के पास मिला।

मृतक के पिता ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। पिता का आरोप है अगर पुलिस 5 मार्च को ही कड़ाई से तफ्तीश करती, तो बच्चे की जान बच सकती थी। लेक़िन पुलिस घरवालों से पूछताछ करती रही। मृतक की बहन ने भी अपने क्लास में पढ़ने वाले पड़ोसी पर संदेह जताया था। लेकिन पुलिस ने उससे पूछताछ करने में देर कर दी।