मध्यप्रदेश पुलिस ने प्रदेश में अपराध की घटनाओं को रोकने हेतु बैंक व जेवलरी शॉप में जाने के दौरान आगंतुकों को 30 सेकंड के लिए मास्क हटाने के निर्देश दिए हैं। अब लोगों को बैंक, गहनों की दुकानें, शोरूम व नकदी लेन-देन करने वाली निजी लोन कंपनियों में प्रवेश के दौरान सीसीटीवी कैमरे के सामने चेहरे से मास्क उतारना होगा ताकि वहां मौजूद सीसीटीवी कैमरे में उनका तस्वीरें रेकॉर्ड की जा सके।

पुलिस मुख्यालय ने अनलॉक 1.0 के दौरान बढ़ रही बेरोजगारी व अपराध को लेकर अलर्ट जारी किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान प्रदेश में पिछले दो महीनों में बेरोजगारी दर 14 गुना तक बढ़ गयी है जिसके बाद प्रदेश के 12 लाख युवा बेरोजगार हो गए हैं। प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान चोरी और लूटपाट के घटनाओं में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। हाल ही में राजधानी भोपाल स्थित कोहेफिजा इलाके में पिता का इलाज कराने आए एक किसान से अज्ञात बदमाशों ने 50 हजार रुपए लूटकर फरार हो गए थे। उक्त घटना के सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड होने के बावजूद अबतक पुलिस सीसीटीवी फुटेज से अपराधियों की शिनाख्त नहीं कर पाई है। चूंकि उन बदमाशों ने चेहरे पर मास्क लगाए हुए थे इसलिए उनका चेहरा क्लियर नहीं दिख रहा था। वहीं इसके पहले गौतम नगर में सब्जी बेचने वाले एक बुजुर्ग को चाकू मारकर लूट की कोशीश हुई थी।

एनडीटीवी में छपे रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में ऐसी घटनाएं न बढ़ें इसलिए पुलिस मुख्यालय ने आदेश जारी कर कहा है कि सभी थाना प्रभारी अच्छी क्वॉलिटी के कैमरे और उन्हें चालू करवाना सुनिश्चित करें। साथ ही ज्वैलरी शॉप,बैंक, वित्तीय संस्थानों में प्रवेश से पहले मॉस्क उतारकर सीसीटीवी में चेहरा रिकॉर्ड करवाना सुनिश्चित करें। रिपोर्ट के मुताबिक राज्य सूचना आयोग के आंकड़े बताते हैं कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर देशभर में जारी लॉकडाउन के दौरान मध्यप्रदेश में पिछले दो महीनों में बेरोजगारी दर 14 गुना तक बढ़ गयी है जिसके बाद प्रदेश के 12 लाख युवा बेरोजगार हो गए हैं।