खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा में एक अघोरी साधु के साथ अभद्रता की खबर सामने आई है। यहां प्रवीण नामक एक युवक ने साधु के साथ न केवल गाली गलौच और मारपीट की, बल्कि उनकी जटाओं को भी काट दिया। मामला सामने आने के बाद बीजेपी तत्काल इसे सांप्रदायिक रंग देने में जुट गई और प्रवीण की जगह आरोपी का नाम परवेज बताकर भ्रम फैलाना चाहा। हालांकि, पत्रकारों ने तत्काल उन्हें आईना दिखा दिया।



रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना रविवार की है। बताया जा रहा है कि पटाजन के साप्ताहिक हाट में एक साधु भिक्षा मांग रहा था, तभी वहां रेणुका रेस्टोरेंट संचालक रामदास गौर का बेटा प्रवीण गौर पहुंच गया। उसने साधु के बाल पकड़े और घसीटते हुए मारपीट शुरू कर दी। साधु के साथ मारपीट क्यों हो रही थी यह कोई भी नहीं समझ पाया। इस दौरान कुछ लोगों ने उसे रोकने का प्रयास भी किया लेकिन वह नहीं माना। 





प्रवीण साधु को लेकर एक सैलून पर पहुंचा और नाई से साधु की जटा काटने को कहा। इस पर वहां मौजूद युवक ने जटा काटने से मना कर दिया। नाई के मना करने पर आरोपी प्रवीण ने खुद ही कैंची उठाई और पीटते, गालियां देते हुए साधु की जटा काट दी। बाद में साधु युवक के चंगुल से छूटकर भाग गया। लेकिन इस दौरान किसी ने घटना का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।



वीडियो के सामने आते ही बीजेपी प्रवक्ता हितेश बाजपेई ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर पर आरोपी का नाम परवेज लिखकर इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की। लेकिन थोड़ी ही देर में पता चल गया कि जबरन बाल काटने वाला आरोपी परवेज़ नहीं प्रवीण है।



थाना खालवा टीआई परसराम डाबर ने बताया कि, साधु से मारपीट के मामले में आरोपी युवक को हिरासत में लिया गया है। पुलिस फरियादी के तौर पर साधु को ढूंढ रही है, ताकि युवक के खिलाफ FIR दर्ज कर गिरफ्तारी की जाए लेकिन साधु का पता नहीं चला है। अगर साधु नहीं मिलता है तो भी पुलिस के मुताबिक शासन स्तर से कार्रवाई कर युवक को जेल भेजा जाएगा।