भोपाल। मध्य प्रदेश में किसान आत्महत्या की घटनाएं नहीं थम रही है। रायसेन में कर्ज के बोझ तले डूबे एक किसान ने आत्महत्या कर ली है। बताया जा रहा है कि मृतक किसान गोरे लाल लोधी कर्ज में डूबे हुए थे। कर्ज चुका पाने में असमर्थ होने की वजह से उन्होंने आत्महत्या कर ली।

मामला रायसेन जिले के दीवानगंज थाना अंतर्गत जमुनिया गांव का है। रिपोर्ट्स के मुताबिक 65 वर्षीय किसान गोरे लाल लोधी पिता भंवति लाल लोधी के ऊपर करीब 10 लाख रुपए का कर्ज था। उन्होंने भोपाल सोसायटी, इंडियन ओवरसीज बैंक और दीवानगंज बैंक ऑफ बड़ोदा से दो साल पहले कर्ज लिया था। 

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बैंक के अधिकारी किसान को लगातार कर्ज चुकाने के लिए दबाव बना रहे थे। इससे परेशान होकर किसान ने आत्महत्या कर ली। ग्रामीणों के मुताबिक शनिवार सुबह किसान अपने खेत पर गया और वहां आम के पेड़ से फांसी लगा ली। ग्रामीणों से जानकारी प्राप्त होने के बाद दीवानगंज पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों के बयान दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

किसान की आत्महत्या के लिए किसान कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष केदार सिरोही ने बीजेपी सरकार को जिम्मेदार बताया है। सिरोही ने कहा, 'बीजेपी सरकार की नीतियों से तंग आकर किसान आत्महत्या को मजबूर हैं। कमलनाथ सरकार ने किसानों की कर्जमाफी शुरू की थी। लेकिन किसानों की खुशी खुद को किसान पुत्र बताने वाले शिवराज सिंह चौहान से देखी नहीं गई। उन्होंने बड़ी बेशर्मी से खरीद फरोख्त कर सरकार गिराई और अपने कॉरपोरेट के दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए हर रोज किसानों की बलि दे रहे हैं।'